राहु और केतु – ज्योतिष के रहस्यमयी छाया ग्रह
ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु का विशेष स्थान है। ये दोनों ग्रह अपनी अनूठी प्रकृति के कारण ज्योतिषीय गणनाओं में अहम भूमिका निभाते हैं। इन्हें छाया ग्रह कहा जाता है क्योंकि ये वास्तविक ग्रह नहीं हैं, बल्कि खगोलीय बिंदु हैं जो चंद्रमा की कक्षा और सूर्य की कक्षा के चौराहे पर स्थित होते हैं। इनका अस्तित्व और प्रभाव वैदिक ज्योतिष में गहराई से अध्ययन किया गया है।
राहु और केतु को अक्सर जीवन में उतार-चढ़ाव, अनिश्चितता, और अज्ञात के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। इनका प्रभाव व्यक्ति के जीवन में अनेक परिवर्तन ला सकता है, जिसमें सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव शामिल हो सकते हैं। ज्योतिषीय चार्ट में इनकी स्थिति और गोचर का विश्लेषण करके ज्योतिषी व्यक्ति के जीवन में आने वाले संभावित परिवर्तनों का अनुमान लगाते हैं।
इन ग्रहों को छाया ग्रह कहने का एक कारण यह भी है कि ये प्रत्यक्ष रूप से दिखाई नहीं देते, लेकिन इनका प्रभाव व्यक्ति के जीवन में स्पष्ट रूप से महसूस किया जा सकता है। इस प्रकार, राहु और केतु ज्योतिषीय विश्लेषण में एक गूढ़ और रहस्यमयी भूमिका निभाते हैं,
वैज्ञानिक व्याख्या: राहु और केतु का खगोलीय आधार
राहु और केतु की वैज्ञानिक व्याख्या उन्हें खगोल विज्ञान के परिप्रेक्ष्य में रखती है। ये दोनों छाया ग्रह वास्तव में खगोलीय बिंदु हैं, जिन्हें ‘चंद्र नोड्स’ या ‘लूनर नोड्स’ कहा जाता है। ये बिंदु वह स्थान होते हैं जहां चंद्रमा की कक्षा पृथ्वी की कक्षा को काटती है। राहु उत्तरी चंद्र नोड है, जबकि केतु दक्षिणी चंद्र नोड है।
चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण में इनकी भूमिका
चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण तब होते हैं जब सूर्य, चंद्रमा, और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं। इस दौरान, राहु और केतु की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है, और चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है। इन ग्रहणों के दौरान, राहु और केतु के बिंदु इस घटना को प्रभावित करते हैं।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, राहु और केतु कोई वास्तविक खगोलीय वस्तु नहीं हैं, बल्कि ये चंद्रमा की कक्षा के वे बिंदु हैं जो पृथ्वी की कक्षा के साथ अंतर्छेद करते हैं। इसलिए, इनका महत्व ग्रहण की घटनाओं के संदर्भ में अधिक होता है, और ये ज्योतिषीय महत्व के साथ-साथ खगोलीय घटनाओं को समझने में भी सहायक होते हैं।