मां कुष्मांडा की आरती – Aarti of Mother Kushmanda

मां कुष्मांडा की आरती – Aarti of Mother Kushmanda

कुष्मांडा जय जग सुखदानी।

मुझ पर दया करो महारानी॥

पिगंला ज्वालामुखी निराली।

शाकंबरी मां भोली भाली॥

कुष्मांडा जय जग सुखदानी।

लाखों नाम निराले तेरे।

भक्त कई मतवाले तेरे॥

भीमा पर्वत पर है डेरा।

स्वीकारो प्रणाम ये मेरा॥

कुष्मांडा जय जग सुखदानी।

सबकी सुनती हो जगदम्बे।

सुख पहुंचती हो मां अम्बे॥

तेरे दर्शन का मैं प्यासा।

पूर्ण कर दो मेरी आशा॥

कुष्मांडा जय जग सुखदानी।

मां के मन में ममता भारी।

क्यों ना सुनेगी अरज हमारी॥

तेरे दर पर किया है डेरा।

दूर करो मां संकट मेरा॥

कुष्मांडा जय जग सुखदानी।

मेरे कारज पूरे कर दो।

मेरे तुम भंडारे भर दो॥

तेरा दास तुझे ही ध्याए।

भक्त तेरे दर शीश झुकाए॥

कुष्मांडा जय जग सुखदानी।

2 Replies to “मां कुष्मांडा की आरती – Aarti of Mother Kushmanda”

  1. I have not checked in here for some time because I thought it was getting boring, but the last several posts are good quality so I guess I will add you back to my everyday bloglist. You deserve it my friend 🙂

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