हनुमान चालीसा के हर छंद की सरल व्याख्या – हिंदी और अंग्रेजी में

हनुमान चालीसा के हर छंद की सरल व्याख्या – हिंदी और अंग्रेजी में

नमस्कार और स्वागत है आपका इस विशेष ब्लॉग पोस्ट में, जहाँ हम ‘हनुमान चालीसा’ के प्रत्येक छंद की गहराई और सार को उजागर करेंगे। हनुमान चालीसा, जो कि भक्त शिरोमणि हनुमानजी की अद्भुत स्तुति है, वह न केवल हिन्दू धर्म में बल्कि संपूर्ण विश्व में अपना एक विशेष स्थान रखती है। इस पोस्ट के माध्यम से, हम हर छंद का सरल लेकिन गहन विश्लेषण प्रस्तुत करेंगे, जिससे आप इसके प्रत्येक शब्द की गूढ़ता और भावना को समझ पाएंगे।

प्रत्येक छंद का विश्लेषण हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में किया जाएगा, ताकि यह ज्ञान सभी तक पहुंच सके। हनुमान चालीसा की यह यात्रा आपको न केवल आध्यात्मिक जागरूकता प्रदान करेगी, बल्कि आपको शक्ति, साहस और भक्ति के नए आयाम से भी परिचित कराएगी। आइए, इस अद्भुत यात्रा का आनंद लें और हनुमानजी की अमिट भक्ति के सागर में गोते लगाएँ।

श्रीगुरु चरण सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।
बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि॥

बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।
बल बुद्धि विद्या देहु मोहि, हरहु कलेस विकार॥

दोहा (Doha):

  • श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि। हिंदी में व्याख्या: इस पंक्ति में, तुलसीदास अपने गुरु के चरणों की धूल से अपने मन के दर्पण को साफ करने की बात कहते हैं, जिसका अर्थ है कि वे अपने गुरु के आशीर्वाद से अपने मन को पवित्र और ज्ञान से भरपूर करना चाहते हैं। English Explanation: In this line, Tulsidas talks about cleansing the mirror of his mind with the dust from the lotus feet of his Guru. This symbolizes purifying and enriching his mind with the blessings and wisdom of his spiritual teacher.
  • बरनऊँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि। हिंदी में व्याख्या: यहाँ तुलसीदास कहते हैं कि वे श्री राम की निर्मल महिमा का वर्णन कर रहे हैं, जो चार फलों – धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष – का दाता है। यह पंक्ति भक्तों को यह संदेश देती है कि राम की भक्ति से जीवन के सभी आयामों में सफलता मिलती है। English Explanation: Here, Tulsidas says he is describing the pure glory of Lord Rama, who grants the four fruits of life – righteousness (Dharma), wealth (Artha), pleasure (Kama), and liberation (Moksha). This line conveys the message that devotion to Lord Rama brings success in all aspects of life.
  • बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुद्धि विद्या देहु मोहि, हरहु कलेस विकार॥
    • हिंदी में व्याख्या: इस दोहे के माध्यम से, कवि तुलसीदास अपनी विनम्रता प्रकट करते हैं। वे स्वयं को बुद्धिहीन और सीमित जानकर हनुमानजी (पवन-कुमार) का स्मरण करते हैं। इस दोहे में वे हनुमानजी से प्रार्थना करते हैं कि वे उन्हें बल, बुद्धि और विद्या प्रदान करें और उनके जीवन से सभी कष्ट और विकारों को दूर करें। यह दोहा भक्त की नम्रता और हनुमानजी के प्रति उसकी गहरी श्रद्धा को दर्शाता है।
    • English Explanation: Through this Doha, the poet Tulsidas expresses his humility, acknowledging himself as lacking wisdom and thus remembering Hanuman (Pavan-Kumar). He prays to Hanuman for strength, wisdom, and knowledge, and to remove all troubles and impurities from his life. This Doha reflects the devotee’s humility and deep devotion towards Hanuman.

॥ चौपाई ॥
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर ।
जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥

  • जय हनुमान ज्ञान गुन सागर। हिंदी में व्याख्या: इस पंक्ति में हनुमानजी की जय (विजय) का वर्णन किया गया है। उन्हें ‘ज्ञान’ (ज्ञान के) और ‘गुण’ (गुणों के) का सागर कहा गया है, जिसका अर्थ है कि वे ज्ञान और गुणों की अपार मात्रा के स्वामी हैं। English Explanation: This line praises Lord Hanuman as a ‘victor’ and describes him as an ocean of knowledge and virtues. It means Hanuman is the embodiment of immense wisdom and good qualities.
  • जय कपीस तिहुँ लोक उजागर। हिंदी में व्याख्या: ‘कपीस’ का अर्थ है वानरों का राजा, और ‘तिहुँ लोक उजागर’ से तात्पर्य है कि हनुमानजी की कीर्ति तीनों लोकों – स्वर्ग, पृथ्वी और पाताल में प्रसिद्ध है। यह पंक्ति उनके विशाल प्रभाव और आदर को दर्शाती है। English Explanation: ‘Kapisa’ means the king of the monkeys, and ‘tihu lok ujagar’ indicates that Hanuman’s fame illuminates all three worlds – heaven, earth, and the netherworld. This line highlights his immense influence and respect across the realms.

राम दूत अतुलित बल धामा ।
अंजनि पुत्र पवनसुत नामा ॥

  • राम दूत अतुलित बल धामा। हिंदी में व्याख्या: इस पंक्ति में हनुमानजी को भगवान राम का दूत और अतुलनीय शक्ति का धाम कहा गया है। ‘अतुलित बल धामा’ का अर्थ है असीमित शक्ति का स्रोत। यह उनकी अपार शक्ति और बल को दर्शाता है। English Explanation: This line refers to Hanuman as the messenger of Lord Rama and a reservoir of unparalleled strength. ‘Atulit Bal Dhama’ signifies a source of infinite power, emphasizing his immense strength and capabilities.
  • अंजनी-पुत्र पवनसुत नामा। हिंदी में व्याख्या: हनुमानजी को यहाँ अंजनी का पुत्र और पवन देवता का नामांकित पुत्र कहा गया है। ‘अंजनी-पुत्र’ और ‘पवनसुत’ उनकी माता और पिता के नामों से संबंधित हैं, जो उनके दिव्य प्रकृति को बताते हैं। English Explanation: Here, Hanuman is identified as the son of Anjani and the named son of the wind god, Pawan. ‘Anjani-Putra’ and ‘Pavansut’ relate to his mother and father, indicating his divine origin and nature.

महाबीर बिक्रम बजरंगी ।
कुमति निवार सुमति के संगी ॥

  • महावीर विक्रम बजरंगी। हिंदी में व्याख्या: इस पंक्ति में हनुमानजी को ‘महावीर’ और ‘विक्रम बजरंगी’ कहकर संबोधित किया गया है, जो उनकी असाधारण वीरता और बल को दर्शाता है। ‘बजरंगी’ का अर्थ है जिनका शरीर वज्र के समान कठोर है। English Explanation: Hanuman is addressed as ‘Mahavir’ and ‘Vikram Bajrangi’, highlighting his extraordinary bravery and strength. ‘Bajrangi’ means one whose body is as strong as a thunderbolt, indicating his invincible nature.
  • कुमति निवार सुमति के संगी। हिंदी में व्याख्या: यह पंक्ति कहती है कि हनुमानजी बुरी सोच (कुमति) को दूर करते हैं और अच्छी सोच (सुमति) के सहयोगी हैं। यह उनकी बुद्धिमत्ता और नैतिक दिशा को दर्शाता है। English Explanation: This line states that Hanuman eradicates evil thoughts (Kumati) and is an ally of good thoughts (Sumati). It reflects his wisdom and moral direction, guiding devotees towards righteousness.

कंचन बरन बिराज सुबेसा ।
कानन कुण्डल कुँचित केसा ॥४

  • कंचन बरन विराज सुवेसा। हिंदी में व्याख्या: इस पंक्ति में हनुमानजी के शारीरिक सौंदर्य का वर्णन किया गया है। ‘कंचन बरन’ का अर्थ है सोने की तरह चमकदार पीला रंग और ‘विराज सुवेसा’ का अर्थ है शानदार परिधान में सज्जित। English Explanation: This line describes the physical beauty of Hanuman. ‘Kanchan Baran’ means golden-hued or shining yellow color, and ‘Viraj Suvesa’ refers to being adorned in magnificent attire.
  • कानन कुंडल कुंचित केसा। हिंदी में व्याख्या: इस पंक्ति में हनुमानजी के आभूषणों और उनके बालों के शैली का वर्णन किया गया है। ‘कानन कुंडल’ का अर्थ है कान की बालियाँ और ‘कुंचित केसा’ का अर्थ है घुंघराले बाल। English Explanation: This line depicts Hanuman’s ornaments and hairstyle. ‘Kanan Kundal’ means earrings, and ‘Kunchit Kesa’ refers to his curly hair.

हाथ बज्र अरु ध्वजा बिराजै ।
काँधे मूँज जनेउ साजै ॥

  • हाथ वज्र औ ध्वजा विराजै। हिंदी में व्याख्या: इस पंक्ति में हनुमानजी के हाथ में वज्र (गदा) और ध्वजा (झंडा) का वर्णन किया गया है, जो उनकी शक्ति और विजय का प्रतीक हैं। English Explanation: This line describes Hanuman holding a vajra (mace) and a flag (dhvaja), symbolizing his power and victory.
  • काँधे मूँज जनेऊ साजै। हिंदी में व्याख्या: यहाँ हनुमानजी के कंधे पर मूँज (एक प्रकार की घास से बना) जनेऊ (हिन्दू परंपरा में पहना जाने वाला पवित्र धागा) का वर्णन है, जो उनकी धार्मिक आस्था और पवित्रता को दर्शाता है। English Explanation: Here, Hanuman is depicted with a sacred thread (Janeyu) made of Munja grass over his shoulder, representing his religious devotion and purity.

शंकर स्वयं/सुवन केसरी नंदन ।
तेज प्रताप महा जगवंदन ॥

  • शंकर सुवन केसरी नंदन। हिंदी में व्याख्या: इस पंक्ति में हनुमानजी को भगवान शंकर (शिव) का अवतार और केसरी का पुत्र कहा गया है। यह उनके दिव्य और शक्तिशाली प्रकृति का संकेत देता है। English Explanation: This line refers to Hanuman as the incarnation of Lord Shiva and the son of Kesari. It signifies his divine and powerful nature.
  • तेज प्रताप महा जग वंदन। हिंदी में व्याख्या: हनुमानजी के तेज और प्रताप को इस पंक्ति में सराहा गया है, जिसके लिए वे संपूर्ण जगत में वंदनीय हैं। यह उनके असाधारण गुणों और आदर को दर्शाता है। English Explanation: Hanuman’s brilliance and power are praised in this line, for which he is revered throughout the world. It reflects his extraordinary qualities and the respect he commands.

बिद्यावान गुनी अति चातुर ।
राम काज करिबे को आतुर ॥

  • विद्यावान गुणी अति चातुर। हिंदी में व्याख्या: इस पंक्ति में हनुमानजी को ज्ञानी, गुणवान, और अत्यंत चतुर बताया गया है। यह उनकी बुद्धिमत्ता और कौशल को उजागर करता है। English Explanation: Hanuman is described as knowledgeable, virtuous, and extremely clever in this line. It highlights his intelligence and skillfulness.
  • राम काज करिबे को आतुर। हिंदी में व्याख्या: यहाँ हनुमानजी की भगवान राम के प्रति निष्ठा और समर्पण का वर्णन है। वे राम के काज (काम) को करने के लिए हमेशा उत्सुक और आतुर रहते हैं। English Explanation: This line describes Hanuman’s devotion and dedication to Lord Rama. He is always eager and enthusiastic to carry out Rama’s tasks.

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया ।
राम लखन सीता मन बसिया ॥८

  • प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया। हिंदी में व्याख्या: इस पंक्ति में हनुमानजी को भगवान राम के चरित्र को सुनने में रुचि रखने वाला बताया गया है। उन्हें राम कथा के प्रति आसक्त और रसिया (आनंदित) कहा गया है। English Explanation: This line depicts Hanuman as someone who delights in listening to Lord Rama’s tales. He is described as being fond and joyful in the narratives of Rama.
  • राम लखन सीता मन बसिया। हिंदी में व्याख्या: यहाँ कहा गया है कि राम, लक्ष्मण और सीता हनुमानजी के मन में बसे हुए हैं। यह उनकी गहरी भक्ति और समर्पण का संकेत है। English Explanation: This line indicates that Lord Rama, Lakshmana, and Sita reside in Hanuman’s heart. It signifies his deep devotion and commitment to them.

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा ।
बिकट रूप धरि लंक जरावा ॥

  • सूक्ष्म रूप धरि सियहि दिखावा। हिंदी में व्याख्या: इस पंक्ति में हनुमानजी की अद्भुत शक्ति का वर्णन है, जहाँ उन्होंने सीता को दिखाने के लिए सूक्ष्म (छोटे) रूप धारण किया था। English Explanation: This line describes the extraordinary ability of Hanuman to assume a subtle (small) form to appear before Sita.
  • विकट रूप धरि लंक जरावा। हिंदी में व्याख्या: हनुमानजी ने लंका जलाने के लिए विकट (विशाल) रूप धारण किया था। यह उनकी असीम शक्तियों और साहस को दर्शाता है। English Explanation: Hanuman assumed a gigantic form to burn Lanka. This illustrates his immense powers and bravery.

भीम रूप धरि असुर सँहारे ।
रामचन्द्र के काज सँवारे ॥

  • भीम रूप धरि असुर संहारे। हिंदी में व्याख्या: इस पंक्ति में बताया गया है कि हनुमानजी ने विशालकाय भीम रूप धारण कर असुरों (राक्षसों) का संहार किया। यह उनकी अद्भुत युद्ध क्षमता और शक्ति को दर्शाता है। English Explanation: This line tells how Hanuman took on a gigantic, fearsome form to annihilate demons. It highlights his incredible combat abilities and power.
  • रामचंद्र के काज संवारे। हिंदी में व्याख्या: यह पंक्ति हनुमानजी की भगवान राम के प्रति निष्ठा और समर्पण को दर्शाती है, जहाँ वे राम के सभी काजों को सफलतापूर्वक पूरा करते हैं। English Explanation: This line highlights Hanuman’s devotion and dedication to Lord Ram, successfully accomplishing all tasks for Ram.

लाय सजीवन लखन जियाए ।
श्री रघुबीर हरषि उर लाये ॥

  • लाय सजीवन लखन जियाए। हिंदी में व्याख्या: इस पंक्ति में हनुमानजी के द्वारा संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण को जीवनदान देने की घटना का वर्णन है। यह उनकी सेवा और समर्पण की भावना को दर्शाता है। English Explanation: This line describes the event where Hanuman brought the life-saving herb, Sanjeevani, to revive Lakshman. It shows his service and dedication.
  • श्री रघुबीर हरषि उर लाए। हिंदी में व्याख्या: इसमें कहा गया है कि भगवान राम (श्री रघुबीर) हनुमानजी के इस कार्य से हर्षित होकर उन्हें अपने हृदय से लगा लेते हैं। यह राम और हनुमान के बीच गहरे आत्मीय संबंध को दर्शाता है। English Explanation: This line indicates that Lord Ram (Shri Raghubeer) was overjoyed by Hanuman’s deed and embraced him in his heart, depicting the deep, affectionate bond between Ram and Hanuman.

रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई ।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई ॥१२

  • रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई। हिंदी में व्याख्या: इस पंक्ति में कहा गया है कि भगवान राम (रघुपति) ने हनुमानजी की बहुत प्रशंसा की। यह उनकी कृतज्ञता और हनुमान के प्रति उनकी सराहना को दर्शाता है। English Explanation: This line states that Lord Ram (Raghupati) greatly praised Hanuman. It reflects Ram’s gratitude and appreciation for Hanuman’s deeds.
  • तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई। हिंदी में व्याख्या: यहाँ भगवान राम ने हनुमानजी को अपने भाई भरत के समान प्रिय बताया है, जो उनके आपसी स्नेह और सम्बंध की गहराई को दर्शाता है। English Explanation: In this line, Lord Ram expresses that Hanuman is as dear to him as his brother Bharat, indicating the depth of their affection and relationship.

सहस बदन तुम्हरो जस गावैं ।
अस कहि श्रीपति कण्ठ लगावैं ॥

  • सहस बदन तुम्हरो जस गावैं। हिंदी में व्याख्या: इस पंक्ति में कहा गया है कि सहस्र (हजार) मुख वाले (शेषनाग) भी हनुमानजी की महिमा गाते हैं। यह उनकी दिव्यता और महानता को दर्शाता है। English Explanation: This line suggests that even the thousand-headed serpent (Sheshnag) sings the glory of Hanuman, highlighting his divinity and greatness.
  • अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं। हिंदी में व्याख्या: यहाँ बताया गया है कि भगवान राम (श्रीपति) ने ऐसा कहकर हनुमानजी को अपने कंठ (गले) से लगा लिया, जो उनके अनुराग और स्नेह का प्रतीक है। English Explanation: Here, it is described that Lord Ram (Shripati) embraced Hanuman to his chest after saying this, symbolizing his affection and love for Hanuman.

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा ।
नारद सारद सहित अहीसा ॥

  • हिंदी में व्याख्या: इस छंद में हनुमानजी की महिमा का वर्णन किया गया है जिसे सनकादिक (सनक और उनके भाई), ब्रह्मा और अन्य मुनियों (संतों), नारद मुनि, देवी सारदा (सरस्वती) और शेषनाग (अहीसा) द्वारा भी स्वीकारा और गाया जाता है। यह पंक्ति हनुमानजी के दिव्य स्थान को दर्शाती है, जिनकी महिमा स्वर्ग और धरती के सभी दिव्य संतों द्वारा गाई जाती है।
  • English Explanation: This verse describes the glory of Hanuman, which is acknowledged and sung by the Sanakadi sages (Sanak and his brothers), Lord Brahma, other sages, Narada Muni, Goddess Saraswati (Sarada), and Sheshnag (Ahisa). It highlights Hanuman’s divine status, whose praises are sung by celestial and terrestrial sages alike.

जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते ।
कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते ॥

  • हिंदी में व्याख्या: इस छंद में कहा गया है कि यम (मृत्यु के देवता), कुबेर (धन के देवता), और दिगपाल (दिशाओं के देवता) जैसे दिव्य शक्तियाँ भी हनुमानजी की महिमा का वर्णन नहीं कर सकते। यहाँ तक कि कवि और विद्वान (कोबिद) भी हनुमानजी की महिमा को पूरी तरह से व्यक्त नहीं कर सकते। यह पंक्ति हनुमानजी की असीम और अवर्णनीय महिमा को दर्शाती है।
  • English Explanation: This verse states that even divine entities like Yama (the god of death), Kubera (the god of wealth), and the Digpalas (guardians of the directions) cannot describe Hanuman’s glory. Even poets and scholars (Kobid) are unable to fully articulate the greatness of Hanuman. This highlights the boundless and indescribable glory of Hanuman.

तुम उपकार सुग्रीवहिं कीह्ना ।
राम मिलाय राज पद दीह्ना ॥१६

  • हिंदी में व्याख्या: इस छंद में हनुमानजी के उस महत्वपूर्ण कार्य का वर्णन किया गया है जो उन्होंने सुग्रीव के लिए किया। हनुमानजी ने सुग्रीव को भगवान राम से मिलाया और इस प्रकार उन्हें किष्किंधा का राज्य प्राप्त करने में मदद की। यह पंक्ति हनुमानजी की मध्यस्थता और सहायता की भूमिका को दर्शाती है।
  • English Explanation: This verse describes the significant deed done by Hanuman for Sugreev. Hanuman introduced Sugreev to Lord Ram, thereby helping him regain the kingdom of Kishkindha. This line highlights Hanuman’s role as a mediator and helper.

तुम्हरो मंत्र बिभीषण माना ।
लंकेश्वर भए सब जग जाना ॥

  • हिंदी में व्याख्या: इस छंद में बताया गया है कि बिभीषण ने हनुमानजी के दिए गए सलाह या मंत्र का पालन किया, जिसके फलस्वरूप वह लंका का राजा बन गए, जो सारे जगत में प्रसिद्ध है। यह हनुमानजी की बुद्धिमत्ता और प्रभाव को दर्शाता है।
  • English Explanation: This verse tells that Vibhishana followed the advice or mantra given by Hanuman, resulting in him becoming the king of Lanka, a fact known throughout the world. It illustrates Hanuman’s wisdom and influence.

जुग सहस्त्र जोजन पर भानु ।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू ॥

  • हिंदी में व्याख्या: इस छंद में हनुमानजी के बचपन के एक प्रसंग का वर्णन है। जब हनुमानजी छोटे थे, उन्होंने सूरज को एक मीठे फल के रूप में देखा और उसे खाने के लिए योजनों की दूरी (जुग सहस्त्र जोजन, जो कि एक बहुत बड़ी दूरी है) तय कर ली। यह हनुमानजी की अद्भुत शक्ति और बाल-सुलभ निश्चिन्तता को दर्शाता है।
  • English Explanation: This verse describes an incident from Hanuman’s childhood. As a child, Hanuman mistook the sun for a sweet fruit and traversed a great distance (Yojanas, a measure of distance) to consume it. This illustrates Hanuman’s incredible power and childlike innocence.

प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं ।
जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं ॥

  • हिंदी में व्याख्या: इस छंद में हनुमानजी के समुद्र पार करने की घटना का वर्णन है। जब हनुमानजी सीता माता की खोज में लंका जा रहे थे, तब उन्होंने भगवान राम की अंगूठी (मुद्रिका) को अपने मुख में रखा और समुद्र को आसानी से लांघ गए। इससे उनकी अद्भुत शक्ति और साहस का पता चलता है, और इसे अचरज (आश्चर्य) नहीं माना जाता, क्योंकि यह हनुमानजी की दिव्य क्षमताओं का हिस्सा है।
  • English Explanation: This verse describes Hanuman’s feat of crossing the ocean in search of Sita Mata. He carried Lord Ram’s ring (mudrika) in his mouth and effortlessly leaped across the ocean. This act signifies his incredible strength and bravery and is not considered surprising, as it is part of Hanuman’s divine capabilities.

दुर्गम काज जगत के जेते ।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते ॥२०

  • हिंदी में व्याख्या: इस छंद का अर्थ है कि जितने भी कठिन कार्य इस जगत में हैं, वे सभी हनुमानजी की कृपा से सरल हो जाते हैं। यह बताता है कि हनुमानजी की अनुकंपा से सबसे दुर्गम कार्य भी सुगमता से पूरे हो जाते हैं, और यह उनकी अलौकिक शक्ति को दर्शाता है।
  • English Explanation: This verse means that all the difficult tasks in the world become easy with the grace of Hanuman. It indicates that even the most formidable challenges are effortlessly overcome with Hanuman’s divine intervention, showcasing his supernatural powers.

राम दुआरे तुम रखवारे ।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे ॥

  • हिंदी में व्याख्या: इस छंद में हनुमानजी को भगवान राम के द्वार का रखवाला बताया गया है। यह कहा गया है कि उनकी आज्ञा के बिना कोई भी राम के द्वार को पार नहीं कर सकता। यह हनुमानजी की भक्ति और समर्पण के साथ-साथ उनके शक्तिशाली और रक्षात्मक स्वभाव को दर्शाता है।
  • English Explanation: This verse describes Hanuman as the guardian of Lord Ram’s abode. It states that no one can enter Ram’s domain without Hanuman’s permission. This highlights Hanuman’s devotion and commitment, as well as his powerful and protective nature.

सब सुख लहै तुम्हारी सरना ।
तुम रक्षक काहू को डरना ॥

  • हिंदी में व्याख्या: इस छंद का अर्थ है कि जो कोई भी हनुमानजी की शरण में आता है, वह सभी प्रकार के सुख प्राप्त करता है। यह यह भी बताता है कि जब हनुमानजी किसी की रक्षा करते हैं, तो उसे किसी भी प्रकार के भय या चिंता की आवश्यकता नहीं होती। यह हनुमानजी की सर्व-समर्थ और सुरक्षात्मक शक्तियों को दर्शाता है।
  • English Explanation: This verse means that anyone who seeks refuge in Hanuman attains all kinds of happiness. It also signifies that there is no need to fear when Hanuman is the protector, highlighting his all-encompassing and protective powers.

आपन तेज सम्हारो आपै ।
तीनों लोक हाँक तै काँपै ॥

  • हिंदी में व्याख्या: इस छंद में कहा गया है कि हनुमानजी अपनी अद्भुत शक्ति का प्रबंधन स्वयं करते हैं। उनकी हुंकार से तीनों लोक (स्वर्ग, पृथ्वी, और पाताल) काँप उठते हैं। यह हनुमानजी की असीम शक्ति और प्रभाव को दर्शाता है, जिसका प्रयोग वे संयमित और बुद्धिमानी से करते हैं।
  • English Explanation: This verse states that Hanuman himself controls his immense power. His roar makes all three realms (Heaven, Earth, and the Underworld) tremble. It highlights Hanuman’s vast strength and influence, used wisely and with restraint.

भूत पिशाच निकट नहिं आवै ।
महावीर जब नाम सुनावै ॥२४

  • हिंदी में व्याख्या: इस छंद का अर्थ है कि जब महावीर हनुमान का नाम लिया जाता है, तब भूत-पिशाच और अन्य नकारात्मक शक्तियां उस व्यक्ति के निकट नहीं आ सकतीं। यह हनुमानजी के नाम की शक्ति और रक्षात्मक प्रभाव को दर्शाता है, जो उनके भक्तों को बुरी आत्माओं और नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षित रखता है।
  • English Explanation: This verse means that when the name of the great hero Hanuman is invoked, ghosts, evil spirits, and other negative forces cannot come near. It highlights the power and protective impact of Hanuman’s name, safeguarding his devotees from malevolent entities and influences.

नासै रोग हरै सब पीरा ।
जपत निरंतर हनुमत बीरा ॥

अर्थ: जपते हुए हनुमानजी का नाम सभी रोगों को नष्ट करता है और सभी प्रकार की पीड़ाओं को हरता है।

निरंतर हनुमानजी का जप करने से, व्यक्ति में उनके समान वीरता और शक्ति का संचार होता है।

English Explanation: Reciting the name of Hanuman eliminates diseases and removes all pain, emphasizing his healing powers.

Constantly chanting Hanuman’s name, the valiant, bestows strength and courage to the devotee.

 

संकट तै हनुमान छुडावै ।

अर्थ: हनुमानजी अपने भक्तों को सभी संकटों से छुड़ाते हैं।

English Explanation: Hanuman rescues his devotees from troubles, affirming his role as a savior.

 

मन क्रम बचन ध्यान जो लावै ॥

अर्थ: जो व्यक्ति मन, कर्म और वचन से हनुमानजी का ध्यान करता है, उसे विशेष लाभ होता है।

English Explanation: Those who devote their mind, actions, and words to Hanuman’s remembrance are especially blessed.

 

सब पर राम तपस्वी राजा ।

अर्थ: भगवान राम, जो तपस्वी राजा हैं, सभी पर अपनी कृपा बरसाते हैं।

English Explanation: Lord Ram, the ascetic king, bestows his grace upon everyone, denoting his benevolence.

तिनके काज सकल तुम साजा ॥

अर्थ: हनुमानजी भगवान राम के सभी कार्यों को सफल बनाते हैं।

English Explanation: Hanuman efficiently accomplishes all tasks of Lord Ram, highlighting his devotion and competence.

 

और मनोरथ जो कोई लावै ।

अर्थ: जो कोई भी हनुमानजी के समक्ष अपनी मनोकामनाएँ लेकर आता है, उनकी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं।

English Explanation: Anyone who approaches Hanuman with their desires will see them fulfilled, emphasizing his benevolent nature.

सोई अमित जीवन फल पावै ॥२८

अर्थ: ऐसा करने वाला व्यक्ति अनंत जीवन फल प्राप्त करता है।

English Explanation: Such devotees attain immeasurable rewards in life, indicating the spiritual benefits of Hanuman’s worship.

 

चारों जुग परताप तुम्हारा ।
है परसिद्ध जगत उजियारा ॥

  • चारों जुग परताप तुम्हारा। हिंदी में व्याख्या: इस पंक्ति का अर्थ है कि हनुमानजी की प्रतिष्ठा और महिमा चारों युगों (सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग, और कलियुग) में प्रसिद्ध है। यह उनकी अविनाशी और समय-परे उपस्थिति को दर्शाता है। English Explanation: This line means that Hanuman’s fame and glory are renowned across all four Yugas (eras) – Satya, Treta, Dwapar, and Kali. It signifies his timeless and immortal presence.
  • है परसिद्ध जगत उजियारा। हिंदी में व्याख्या: हनुमानजी की कीर्ति संपूर्ण जगत में प्रसिद्ध है और वह जगत को उजियारा (प्रकाश) प्रदान करती है। यह उनकी आध्यात्मिक शक्ति और प्रेरणा की भूमिका को बताता है। English Explanation: Hanuman’s fame is renowned throughout the world, and it illuminates (enlightens) the world. This highlights his spiritual power and role as an inspiration.

साधु सन्त के तुम रखवारे ।
असुर निकंदन राम दुलारे ॥

  • साधु संत के तुम रखवारे। हिंदी में व्याख्या: हनुमानजी साधुओं और संतों के रक्षक माने जाते हैं। वे धार्मिक और आध्यात्मिक अनुयायियों की सुरक्षा करते हैं। English Explanation: Hanuman is considered the protector of saints and sages. He safeguards the religious and spiritual devotees.
  • असुर निकंदन राम दुलारे। हिंदी में व्याख्या: यह पंक्ति हनुमानजी को असुरों (राक्षसों) का नाश करने वाला और भगवान राम का प्रिय बताती है। वे राम के अत्यंत प्रिय और समर्पित भक्त हैं। English Explanation: This line describes Hanuman as the destroyer of demons and the beloved of Lord Ram. He is an ardent and devoted follower of Ram.

अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता ।
अस बर दीन जानकी माता ॥

  • असुर सिद्धि नवनिधि के दाता। हिंदी में व्याख्या: यह पंक्ति बताती है कि हनुमानजी असुरों का विनाश करने वाले होने के साथ-साथ नवनिधि (नौ प्रकार के खजाने) और अनेक सिद्धियों (अलौकिक शक्तियाँ) के दाता भी हैं। यह उनकी असीम शक्ति और कृपा को दर्शाता है। English Explanation: This line states that Hanuman is not only the destroyer of demons but also the giver of ‘Navanidhi’ (nine types of wealth) and various ‘Siddhis’ (supernatural powers). It reflects his immense power and grace.
  • अस वर दीन्ह जानकी माता। हिंदी में व्याख्या: इसमें बताया गया है कि जानकी (सीता) माता ने हनुमानजी को यह वरदान दिया कि वे असुर सिद्धियों और नवनिधियों के दाता बनें। यह उनके और सीता माता के बीच के आध्यात्मिक संबंध को दर्शाता है। English Explanation: This line explains that Janaki (Sita) Mata bestowed upon Hanuman the boon to be the giver of supernatural powers and treasures. It highlights the spiritual connection between him and Sita Mata.

राम रसायन तुम्हरे पासा ।
सदा रहो रघुपति के दासा ॥३२

  • राम रसायन तुम्हरे पासा। हिंदी में व्याख्या: इस पंक्ति का अर्थ है कि हनुमानजी के पास ‘राम रसायन’ है, जिसका अर्थ है भगवान राम के प्रति अपार भक्ति और उनके नाम की अद्भुत शक्ति। English Explanation: This line means that Hanuman possesses the ‘Ram Rasayan’, symbolizing immense devotion to Lord Ram and the miraculous power of Ram’s name.
  • सदा रहो रघुपति के दासा। हिंदी में व्याख्या: यहाँ कहा गया है कि हनुमानजी हमेशा भगवान राम (रघुपति) के दास (सेवक) रहते हैं, जो उनकी निरंतर भक्ति और समर्पण को दर्शाता है। English Explanation: This line states that Hanuman always remains the servant of Lord Ram (Raghupati), signifying his perpetual devotion and dedication.

तुम्हरे भजन राम को पावै ।
जनम जनम के दुख बिसरावै ॥

  • तुम्हरे भजन राम को पावै। हिंदी में व्याख्या: इस पंक्ति का अर्थ है कि हनुमानजी की भक्ति और भजन से भक्तों को भगवान राम की प्राप्ति होती है। यह दर्शाता है कि हनुमानजी की उपासना राम भक्ति का मार्ग प्रशस्त करती है। English Explanation: This line means that through the devotion and worship of Hanuman, devotees attain Lord Ram. It signifies that Hanuman’s worship leads to the path of devotion to Ram.
  • जनम-जनम के दुख बिसरावै। हिंदी में व्याख्या: हनुमानजी के भक्तों को उनकी कृपा से जन्म-जन्मांतर के दुखों से मुक्ति मिलती है। यह उनकी दिव्य शक्ति को दर्शाता है। English Explanation: The devotees of Hanuman are relieved of the sorrows of many lifetimes by his grace. This highlights his divine power to alleviate suffering.

अंतकाल रघुवरपुर जाई ।
जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई ॥

  • अंत काल रघुबर पुर जाई। हिंदी में व्याख्या: यह पंक्ति कहती है कि हनुमानजी के भक्तों को अंत समय में भगवान राम के धाम (अयोध्या) में स्थान मिलता है। यह मोक्ष की प्राप्ति को दर्शाता है। English Explanation: This line states that the devotees of Hanuman attain a place in Lord Ram’s abode (Ayodhya) at the end of their lives, symbolizing the achievement of salvation.
  • जहाँ जन्म हरि-भक्त कहाई। हिंदी में व्याख्या: हनुमानजी के भक्तों का जन्म अगले जीवन में भगवान के भक्त के रूप में होता है, जो उन्हें आध्यात्मिक उन्नति की ओर ले जाता है। English Explanation: Devotees of Hanuman are reborn as devotees of the Lord in their next life, leading them towards spiritual elevation.

और देवता चित्त ना धरई ।
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई ॥

  • और देवता चित्त न धरई। हिंदी में व्याख्या: इस पंक्ति का अर्थ है कि हनुमानजी के भक्तों को अन्य देवताओं की उपासना की चिंता नहीं करनी पड़ती, क्योंकि हनुमानजी की भक्ति सभी दिव्य फलों को प्रदान करती है। English Explanation: This line means that the devotees of Hanuman need not focus on other deities, as devotion to Hanuman alone provides all divine benefits.
  • हनुमत सेई सर्व सुख करई। हिंदी में व्याख्या: हनुमानजी की भक्ति करने वाले भक्त सभी प्रकार के सुख प्राप्त करते हैं। यह उनकी अनुकंपा और आशीर्वाद की शक्ति को दर्शाता है। English Explanation: Devotees who worship Hanuman attain all kinds of happiness. This highlights the power of his compassion and blessings.

संकट कटै मिटै सब पीरा ।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा ॥३६

  • संकट कटै मिटै सब पीरा। हिंदी में व्याख्या: जो लोग हनुमानजी की उपासना करते हैं, उनके सभी संकट कट जाते हैं और सभी प्रकार की पीड़ाएँ मिट जाती हैं। यह उनकी संकटमोचन की भूमिका को दर्शाता है। English Explanation: Those who worship Hanuman have their troubles removed and all pains alleviated. This reflects his role as a remover of distress.
  • जो सुमिरै हनुमत बलबीरा। हिंदी में व्याख्या: जो भी हनुमानजी का स्मरण करते हैं, वे उनकी अपार शक्ति और वीरता का लाभ उठाते हैं। यह उनके स्मरण की महत्ता को बताता है। English Explanation: Those who remember Hanuman, the powerful and brave, benefit from his immense strength and valor. This emphasizes the importance of his remembrance.

जै जै जै हनुमान गोसाईं ।
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं ॥

  • जै जै जै हनुमान गोसाई। हिंदी में व्याख्या: यह पंक्ति हनुमानजी की जय की घोषणा करती है। ‘गोसाई’ उनके सम्मानित स्थान को दर्शाता है, और यह भक्तों द्वारा उनकी आराधना का एक रूप है। English Explanation: This line is a declaration of victory to Hanuman Gosai. ‘Gosai’ indicates his esteemed status, and it is a form of worship by the devotees.
  • कृपा करहु गुरुदेव की नाई। हिंदी में व्याख्या: यहां प्रार्थना की गई है कि हनुमानजी, गुरु के समान, भक्तों पर कृपा करें। यह उनके गुरु के रूप में उनके महत्व को दर्शाता है। English Explanation: This line is a prayer for Hanuman, akin to a guru, to bestow grace upon the devotees. It signifies his importance as a spiritual guide.

जो सत बार पाठ कर कोई ।
छूटहि बंदि महा सुख होई ॥

  • जो सत बार पाठ कर कोई। हिंदी में व्याख्या: यदि कोई व्यक्ति हनुमान चालीसा का पाठ सौ बार करता है, तो उसके जीवन से सभी बाधाएँ दूर होती हैं। यह पाठ की शक्ति और महत्व को बताता है। English Explanation: If someone recites the Hanuman Chalisa a hundred times, all obstacles in their life are removed. This highlights the power and significance of this recitation.
  • छूटहि बंदि महा सुख होई। हिंदी में व्याख्या: इस पाठ के प्रभाव से सभी बंधन छूट जाते हैं और महान सुख प्राप्त होता है। यह हनुमान चालीसा की आध्यात्मिक शक्ति को दर्शाता है। English Explanation: Through the effect of this recitation, all bonds are released, and great happiness is attained. It shows the spiritual power of the Hanuman Chalisa.

जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा ।
होय सिद्धि साखी गौरीसा ॥

  • जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा। हिंदी में व्याख्या: इस दोहे में कहा गया है कि जो कोई भी हनुमान चालीसा का पाठ करता है, वह विशेष लाभ प्राप्त करता है। यह चालीसा के पठन की महत्वपूर्णता को दर्शाता है। English Explanation: This Doha states that anyone who reads the Hanuman Chalisa gains special benefits. It emphasizes the importance of reciting this hymn.
  • होय सिद्धि साखी गौरीसा। हिंदी में व्याख्या: ‘सिद्धि’ का अर्थ है सफलता या पूर्णता, और ‘गौरीसा’ (भगवान शिव) इसके साक्षी हैं। इसका तात्पर्य है कि हनुमान चालीसा का पाठ करने से सफलता प्राप्त होती है, और भगवान शिव इसके प्रमाण हैं। English Explanation: ‘Siddhi’ means achievement or perfection, and ‘Gaurisa’ (Lord Shiva) is the witness to this. It implies that reading the Hanuman Chalisa leads to success, and Lord Shiva is the testament to this claim.

तुलसीदास सदा हरि चेरा ।
कीजै नाथ हृदय मह डेरा ॥४०

  • हिंदी में व्याख्या: इस अंतिम छंद में कवि तुलसीदास अपने आप को भगवान हरि (विष्णु या राम) का सदैव का सेवक बताते हैं। वे प्रभु से प्रार्थना करते हैं कि वह उनके हृदय में स्थायी निवास करें। यह पंक्ति तुलसीदास की गहरी भक्ति और समर्पण को दर्शाती है, और यह भी संकेत देती है कि भक्त के हृदय में भगवान का वास होने से वह सदैव दिव्य सुरक्षा और मार्गदर्शन में रहता है।
  • English Explanation: In this final verse, the poet Tulsidas declares himself as an eternal servant of Lord Hari (Vishnu or Ram). He prays for the Lord to reside permanently in his heart. This line reflects Tulsidas’s deep devotion and surrender, suggesting that the presence of God in a devotee’s heart ensures constant divine protection and guidance.

॥ दोहा ॥
पवन तनय संकट हरन,
मंगल मूरति रूप ।
राम लखन सीता सहित,
हृदय बसहु सुर भूप ॥

  • पवनतनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप। हिंदी में व्याख्या: पवन पुत्र हनुमान संकटों को हरने वाले और मंगलमय रूप के हैं। यह उनके संकटमोचन स्वरूप और शुभता को दर्शाता है। English Explanation: Son of the wind god, Hanuman, is the remover of troubles and embodies an auspicious form. This highlights his role as a savior and his auspicious nature.
  • राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप। हिंदी में व्याख्या: तुलसीदास प्रार्थना करते हैं कि राम, लक्ष्मण, और सीता हमेशा उनके हृदय में वास करें। यह भक्ति की गहराई और समर्पण को दर्शाता है। English Explanation: Tulsidas prays for Ram, Lakshman, and Sita to always reside in his heart. It reflects the depth of his devotion and surrender.