नौकरी के इंटरव्यू के लिए आत्म-परिचय कैसे दें? (How to Give a Self-Introduction for a Job Interview)

नौकरी के इंटरव्यू के लिए आत्म-परिचय कैसे दें? (How to Give a Self-Introduction for a Job Interview)

जब भी आप किसी नौकरी के इंटरव्यू में जाते हैं, तो पहला सवाल अक्सर यही होता है: “अपने बारे में बताइए”। यह सवाल आपके आत्म-परिचय (self-introduction) के लिए होता है, और यह इंटरव्यू का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम जानेंगे कि कैसे एक प्रभावी और पेशेवर आत्म-परिचय तैयार किया जा सकता है, जो आपकी क्षमताओं को बेहतर ढंग से प्रस्तुत कर सके।

आत्म-परिचय की शुरुआत (Start of Self-Introduction)

1. अभिवादन और नाम (Greeting and Name):

  • आत्म-परिचय की शुरुआत हमेशा अभिवादन से करें। जैसे, आप कह सकते हैं:
    • “नमस्ते, मेरा नाम [आपका नाम] है।”
  • हिंदी में इसे सादगी से इस तरह शुरू कर सकते हैं:
    • “नमस्ते, मेरा नाम [आपका नाम] है और मुझे आज इस इंटरव्यू का अवसर देने के लिए धन्यवाद।”
  • यह आपको विनम्र और पेशेवर दिखाता है, और एक सकारात्मक प्रभाव छोड़ता है।

2. शैक्षिक पृष्ठभूमि (Educational Background):

  • उसके बाद अपनी शैक्षिक पृष्ठभूमि के बारे में बताएं। इसे छोटा और सटीक रखें:
    • “मैंने [कंप्यूटर साइंस/मैनेजमेंट आदि] में [कॉलेज/यूनिवर्सिटी] से स्नातक किया है।”
  • यहाँ आप यह भी जोड़ सकते हैं कि आपकी पढ़ाई के दौरान आपने क्या प्रमुख बातें सीखी हैं या कौन से विशेष कौशल विकसित किए हैं।

3. पेशेवर अनुभव (Professional Experience):

  • अगर आपके पास काम करने का अनुभव है, तो अपने पेशेवर अनुभव का उल्लेख करें:
    • “पिछले [x] सालों से मैं [फील्ड/इंडस्ट्री] में काम कर रहा हूँ और मैंने [कंपनी] में [जॉब टाइटल] के रूप में कार्य किया है।”
  • अपने पिछले प्रोजेक्ट्स और उनके नतीजों पर फोकस करें, जो आपके काम की क्षमता को दर्शाते हों।

4. कौशल और विशेषज्ञता (Skills and Expertise):

  • अपनी प्रमुख स्किल्स और तकनीकी दक्षताओं का उल्लेख करें, जो नौकरी से संबंधित हैं। उदाहरण के लिए:
    • “मुझे [प्रोग्रामिंग लैंग्वेज], [टूल्स], और [सॉफ्टवेयर] में काम करने का अनुभव है, और मैंने [प्रोजेक्ट्स] पर काम किया है।”

5. वर्तमान स्थिति और उद्देश्य (Current Status and Objective):

  • अब अपनी वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजना का जिक्र करें:
    • “वर्तमान में, मैं अपनी स्किल्स को और बेहतर बनाने के लिए एक नई चुनौती की तलाश में हूँ, जहाँ मैं [कंपनी] में अपना योगदान दे सकूं।”

आत्म-परिचय में ध्यान रखने योग्य बातें (Things to Keep in Mind during Self-Introduction)

1. आत्मविश्वास से बोलें (Speak with Confidence):

  • आपके बोलने का तरीका आपके आत्म-विश्वास को दर्शाता है। इसलिए, जब आप अपना परिचय दें, तो आत्म-विश्वास के साथ बोलें लेकिन अति-आत्मविश्वास से बचें।

2. लंबाई का ध्यान रखें (Keep it Concise):

  • आत्म-परिचय को बहुत लंबा न खींचें। इसे 1-2 मिनट में समाप्त करें, ताकि आप इंटरव्यूअर को बोर न करें।

3. अपनी उपलब्धियों पर जोर दें (Highlight Your Achievements):

  • अपने प्रमुख उपलब्धियों और अनुभवों का उल्लेख करें, लेकिन इसे बढ़ा-चढ़ा कर न बताएं। जो सच है, वही बोलें।

4. नौकरी से संबंधित जानकारी दें (Tailor to the Job Role):

  • अपने आत्म-परिचय को उस नौकरी प्रोफाइल के अनुसार तैयार करें जिसके लिए आप इंटरव्यू दे रहे हैं। उस नौकरी से संबंधित कौशल और अनुभव का उल्लेख करें।

क्या इंटरव्यू में परिवार के बारे में बताना चाहिए?

नौकरी के इंटरव्यू में आत्म-परिचय देते समय परिवार के बारे में जानकारी देना जरूरी नहीं होता है, जब तक कि इंटरव्यूअर ने आपसे विशेष रूप से इस बारे में नहीं पूछा हो या यह संदर्भ में प्रासंगिक न हो (जैसे, आपके करियर पर परिवार का प्रभाव हो)।

परिवार का ज़िक्र न करने के कारण:

  1. प्रोफेशनल स्किल्स पर ध्यान दें: इंटरव्यू का मुख्य उद्देश्य आपकी स्किल्स, योग्यताओं और अनुभवों को उजागर करना है, जो नौकरी से संबंधित हैं। परिवार के बारे में बात करने से ध्यान भटक सकता है।
  2. समय का प्रबंधन: इंटरव्यू के लिए सीमित समय होता है और नियोक्ता आपके पेशेवर सफर और उपलब्धियों के बारे में सुनना चाहते हैं, न कि व्यक्तिगत विवरण।
  3. संस्कृति और प्रोफेशनलिज़्म: अधिकतर पेशेवर वातावरण में व्यक्तिगत जानकारी साझा करना औपचारिक नहीं माना जाता है। हालांकि, कुछ स्थानों पर यह सामान्य हो सकता है, लेकिन बेहतर है कि आप अपने करियर और योग्यताओं पर ध्यान केंद्रित करें।

कब परिवार का ज़िक्र कर सकते हैं?

  • अगर पूछा जाए: अगर इंटरव्यूअर आपसे व्यक्तिगत प्रश्न पूछे या आपकी पृष्ठभूमि के बारे में जानना चाहे, तो आप अपने परिवार का संक्षिप्त ज़िक्र कर सकते हैं। लेकिन ध्यान दें कि आप जल्द ही अपने पेशेवर गुणों पर वापस आ जाएं।
  • अगर करियर से संबंधित हो: अगर आपका पारिवारिक पृष्ठभूमि आपके करियर चॉइस पर असर डालता है या आपको कुछ मूल्य सिखाता है जो नौकरी के लिए महत्वपूर्ण है, तो आप इसे संक्षेप में ज़िक्र कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आपके परिवार में व्यवसाय है, जिसने आपको प्रबंधन में रुचि दी हो।

उदाहरण:

  • बिना परिवार के उल्लेख के: “मेरे पास डिजिटल मार्केटिंग में 5 साल का अनुभव है, जिसमें SEO और कंटेंट स्ट्रेटेजी में विशेषज्ञता है। मैं एक गतिशील वातावरण में काम करने के लिए उत्सुक हूँ और अपनी स्किल्स के जरिए आपके ऑनलाइन प्रेजेंस को बढ़ाने में मदद करना चाहता हूँ।”
  • परिवार का ज़िक्र अगर प्रासंगिक हो: “मैं एक ऐसे परिवार से आता हूँ जहाँ सभी उद्यमी हैं, और इसने मुझे बिजनेस मैनेजमेंट में रुचि दिलाई। मैंने देखा है कि रणनीतिक योजना कितनी महत्वपूर्ण होती है, और इसी कारण मैंने अपने करियर में मार्केटिंग और कस्टमर एक्विजिशन पर ध्यान केंद्रित किया।”

ज्यादातर मामलों में, अपने आत्म-परिचय को पेशेवर और नौकरी से संबंधित रखना बेहतर होता है।

क्या इंटरव्यू में मार्क्स या प्रतिशत बताना चाहिए?

इंटरव्यू में अपने मार्क्स या प्रतिशत का ज़िक्र करना इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस प्रकार की नौकरी के लिए इंटरव्यू दे रहे हैं, आपका अनुभव क्या है, और आपके मार्क्स उस भूमिका के लिए कितने प्रासंगिक हैं।

कब मार्क्स या प्रतिशत का उल्लेख करना चाहिए:

  1. नए स्नातक या फ्रेशर के लिए:
    • हां, आप अपने मार्क्स का ज़िक्र कर सकते हैं, अगर आप फ्रेशर हैं या एंट्री-लेवल नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं, खासकर अगर आपकी अकादमिक प्रदर्शन अच्छा है और वह नौकरी से संबंधित है।
    • उदाहरण: “मैंने XYZ यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में 85% स्कोर किया है।”
    • एंट्री-लेवल उम्मीदवारों का आकलन अक्सर उनके शैक्षिक प्रदर्शन के आधार पर किया जाता है, इसलिए यदि आपके अंक अच्छे हैं, तो यह आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
  2. अगर आपके मार्क्स असाधारण हैं:
    • अगर आपके मार्क्स अत्यधिक अच्छे हैं (जैसे कि डिस्टिंक्शन या टॉप रैंक होल्डर), तो इसे बताना आपके कौशल और पढ़ाई के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
    • उदाहरण: “मैंने 90% अंकों के साथ डिस्टिंक्शन में स्नातक किया है और अपनी क्लास में टॉप रैंक प्राप्त की है।”
  3. जब नौकरी की भूमिका में ज़रूरी हो:
    • कुछ नौकरियाँ, विशेषकर सरकारी क्षेत्र या फाइनेंस और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में, आपके मार्क्स या ग्रेड्स का उल्लेख करना आवश्यक होता है।

कब मार्क्स या प्रतिशत का उल्लेख नहीं करना चाहिए:

  1. अनुभवी पेशेवरों के लिए:
    • अगर आपके पास कई सालों का अनुभव है, तो आपकी प्रोफेशनल उपलब्धियाँ आपके शैक्षिक मार्क्स से अधिक महत्वपूर्ण होती हैं। इस स्थिति में, अपने कौशल, प्रोजेक्ट्स और अचीवमेंट्स पर ध्यान दें।
    • उदाहरण: “मेरे पास सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में 5 साल का अनुभव है और मैंने पायथन और जावा में विशेषज्ञता हासिल की है।”
  2. अगर आपके मार्क्स औसत हैं:
    • अगर आपके अकादमिक मार्क्स औसत या उससे कम हैं, तो उनका उल्लेख न करें जब तक कि विशेष रूप से पूछा न जाए। इसके बजाय, अपने व्यावहारिक कौशल, प्रमाणपत्र, और अनुभव पर जोर दें।
    • उदाहरण: “हालांकि मैंने 60% अंक प्राप्त किए, मैंने कई इंटर्नशिप और प्रोजेक्ट्स के माध्यम से महत्वपूर्ण अनुभव प्राप्त किया है।”
  3. जब नौकरी की भूमिका में आवश्यक नहीं हो:
    • उन भूमिकाओं में जहाँ शैक्षिक योग्यता प्रमुख नहीं है, जैसे क्रिएटिव फील्ड्स, सेल्स, या कस्टमर सर्विस, आपके प्रैक्टिकल स्किल्स और काम का अनुभव आपके अकादमिक स्कोर से अधिक महत्वपूर्ण हैं।

इंटरव्यू के आत्म-परिचय में कौन सी बातें कभी नहीं बतानी चाहिए

इंटरव्यू में आत्म-परिचय आपका पहला और महत्वपूर्ण मौका होता है जिससे आप अपना प्रभाव छोड़ सकते हैं। इसलिए, कुछ ऐसी बातें हैं जिन्हें आपको कभी भी इंटरव्यू के दौरान अपने आत्म-परिचय में नहीं बताना चाहिए, ताकि आप पेशेवर और प्रभावशाली दिखें।

1. व्यक्तिगत जानकारी (Personal Information)

  • परिवार की जानकारी, आपके रिलेशनशिप स्टेटस, या व्यक्तिगत परेशानियों के बारे में बात करना इंटरव्यू में अनुचित माना जाता है। इंटरव्यू पेशेवर मंच होता है, इसलिए केवल प्रोफेशनल जानकारी पर ध्यान केंद्रित करें।
  • उदाहरण: “मैं अपने परिवार के साथ रहता हूँ और मुझे 2 बच्चे हैं” जैसी जानकारी देने से बचें।

2. नकारात्मक अनुभव (Negative Experiences)

  • कभी भी अपने पिछले नियोक्ता, सहकर्मी, या नौकरी के बारे में नकारात्मक बात न करें। यह आपके व्यक्तित्व को नकारात्मक रूप में पेश करता है और इंटरव्यूअर पर गलत प्रभाव डालता है।
  • उदाहरण: “मेरे पिछले बॉस के साथ मेरा अनुभव बहुत बुरा था” जैसी बातें न कहें।

3. बहुत ज्यादा व्यक्तिगत जानकारी (Too Much Personal Details)

  • आपकी उम्र, धर्म, राजनीतिक विचारधारा, या अन्य व्यक्तिगत रुचियों के बारे में जानकारी देना पेशेवर नहीं माना जाता है। केवल नौकरी से संबंधित स्किल्स और अनुभव पर बात करें।
  • उदाहरण: “मैं [धर्म] का पालन करता हूँ” या “मेरे राजनीतिक विचार इस प्रकार हैं” कहने से बचें।

4. अपनी कमजोरियाँ (Your Weaknesses)

  • आत्म-परिचय में अपनी कमजोरियों के बारे में बात करना सही नहीं है। कमजोरियों पर चर्चा तब करें जब इंटरव्यूअर आपसे विशेष रूप से इसके बारे में पूछे। शुरुआत में ही इसे बताने से आपका आत्मविश्वास कम दिख सकता है।
  • उदाहरण: “मुझे कभी-कभी चीजें समझने में समय लगता है” जैसी बातों से बचें।

5. नौकरी बदलने की निजी वजहें (Personal Reasons for Job Change)

  • यदि आप नौकरी बदल रहे हैं, तो व्यक्तिगत कारण जैसे पैसे की समस्या, ऑफिस में तनाव, या नौकरी में असंतोष का उल्लेख करने से बचें। इसके बजाय, आप कह सकते हैं कि आप अपने करियर को बेहतर बनाना चाहते हैं।
  • उदाहरण: “मैं इस नौकरी को इसलिए छोड़ रहा हूँ क्योंकि वेतन कम था” कहने से बचें।

Example 1 (Software Engineer)

In Hindi:

नमस्ते, मेरा नाम सुरेश वर्मा है। मैंने [ABC यूनिवर्सिटी] से कंप्यूटर साइंस में स्नातक किया है। पिछले 4 सालों से मैं [XYZ कंपनी] में सॉफ्टवेयर डेवलपर के रूप में काम कर रहा हूँ, जहाँ मैंने वेब एप्लिकेशन और क्लाउड-आधारित सॉल्यूशंस पर काम किया है। मुझे जावा, पायथन और SQL जैसी प्रोग्रामिंग भाषाओं में विशेषज्ञता है। मैं एक नई चुनौती की तलाश में हूँ जहाँ मैं अपनी स्किल्स का इस्तेमाल करके कंपनी को आगे बढ़ने में मदद कर सकूं।

In English:

Hello, my name is Suresh Verma. I have completed my bachelor’s in Computer Science from [ABC University]. For the last 4 years, I have been working as a software developer at [XYZ Company], where I have been involved in developing web applications and cloud-based solutions. I have expertise in programming languages such as Java, Python, and SQL. I am currently seeking a new challenge where I can apply my skills and help the company grow.

Example 2 (Marketing Professional)

In Hindi:

नमस्ते, मेरा नाम प्रिया सिंह है। मैंने मार्केटिंग में MBA किया है और पिछले 5 सालों से [XYZ कंपनी] में डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर के रूप में काम कर रही हूँ। इस दौरान मैंने कई सफल सोशल मीडिया और SEO कैंपेन लॉन्च किए हैं, जो कंपनी की लीड जनरेशन और ब्रांड अवेयरनेस बढ़ाने में मददगार साबित हुए हैं। मुझे नई रणनीतियाँ बनाने और ब्रांड की पहचान बनाने का शौक है।

In English:

Hello, my name is Priya Singh. I have completed an MBA in Marketing and have been working as a Digital Marketing Manager at [XYZ Company] for the past 5 years. During this time, I have successfully launched several social media and SEO campaigns that have significantly improved the company’s lead generation and brand awareness. I am passionate about developing new strategies and building brand identity.

Example 3 (Human Resources Professional)

In Hindi:

नमस्ते, मेरा नाम राहुल गुप्ता है। मैंने [XYZ यूनिवर्सिटी] से मानव संसाधन प्रबंधन में मास्टर्स किया है और पिछले 6 सालों से [ABC कंपनी] में HR मैनेजर के रूप में काम कर रहा हूँ। इस दौरान मैंने टैलेंट एक्विज़िशन, एम्प्लॉयी इंगेजमेंट, और परफॉर्मेंस मैनेजमेंट के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। मुझे एक सकारात्मक और उत्पादक वर्क कल्चर विकसित करने में विश्वास है।

In English:

Hello, my name is Rahul Gupta. I hold a Master’s degree in Human Resource Management from [XYZ University] and have been working as an HR Manager at [ABC Company] for the last 6 years. During this time, I have contributed significantly to talent acquisition, employee engagement, and performance management. I believe in fostering a positive and productive work culture.

Example 4 (Teacher/Education Professional)

In Hindi:

नमस्ते, मेरा नाम संगीता मिश्रा है। मैंने [ABC यूनिवर्सिटी] से शिक्षा में मास्टर्स किया है और पिछले 7 सालों से एक हाई स्कूल में विज्ञान शिक्षक के रूप में काम कर रही हूँ। मुझे छात्रों को विज्ञान की जटिल अवधारणाओं को सरल तरीके से समझाने में रुचि है। इसके अलावा, मैं कक्षा में व्यावहारिक शिक्षण विधियों का भी उपयोग करती हूँ ताकि छात्रों को विषय के प्रति रूचि हो।

In English:

Hello, my name is Sangeeta Mishra. I hold a Master’s degree in Education from [ABC University] and have been working as a science teacher at a high school for the last 7 years. I am passionate about simplifying complex scientific concepts for students. Additionally, I use practical teaching methods in the classroom to engage students and foster their interest in the subject.

Example 5 (Entry-Level Candidate/Fresh Graduate)

In Hindi:

नमस्ते, मेरा नाम अंकित शर्मा है। मैंने हाल ही में [ABC कॉलेज] से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया है। अपनी पढ़ाई के दौरान, मैंने कई प्रोजेक्ट्स पर काम किया, जिनमें से एक ऑटोमेशन सिस्टम को विकसित करना था। मुझे नई टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के साथ काम करना पसंद है और मैं एक ऐसी भूमिका की तलाश में हूँ जहाँ मैं अपनी स्किल्स का इस्तेमाल कर सकूं।

In English:

Hello, my name is Ankit Sharma. I recently graduated with a degree in Mechanical Engineering from [ABC College]. During my studies, I worked on several projects, including the development of an automation system. I enjoy working with new technologies and innovations, and I am seeking a role where I can apply my skills and grow professionally.



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