मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत का पहला पदक जीता, 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक।
मनु भाकर, जिन्होंने किशोरावस्था में ही भारत की नई शूटिंग स्टार के रूप में अपना नाम स्थापित किया।
हरियाणा के झज्जर में जन्मी मनु भाकर का राज्य बॉक्सर और पहलवानों के लिए प्रसिद्ध है। स्कूल में मनु ने टेनिस, स्केटिंग और बॉक्सिंग जैसे खेलों में भी हिस्सा लिया। उन्होंने ‘थांग ता’ नामक एक मार्शल आर्ट फॉर्म में भी राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते।
2016 के रियो ओलंपिक के खत्म होते ही मात्र 14 साल की उम्र में मनु भाकर ने शूटिंग में हाथ आजमाने का फैसला किया और इसे पसंद कर लिया। एक हफ्ते के भीतर, मनु भाकर ने अपने पिता से उन्हें एक खेल शूटिंग पिस्टल लाने के लिए कहा ताकि वह अपनी कला को निखार सकें।
उनके सदैव सहयोगी पिता, राम किशन भाकर ने उन्हें एक बंदूक दिलाई – एक ऐसा निर्णय जो एक दिन मनु भाकर को ओलंपियन बना देगा।
भारत की लाडली बेटी मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में भारत को कांस्य पदक दिलाकर देश का नाम रोशन किया है
— Elvish Yadav (@ElvishYadav) July 28, 2024
शुभकामनाएं @realmanubhaker 🇮🇳 #ParisOlympics2024 pic.twitter.com/7EDk4kHoYO
A historic medal!
— Narendra Modi (@narendramodi) July 28, 2024
Well done, @realmanubhaker, for winning India’s FIRST medal at #ParisOlympics2024! Congrats for the Bronze. This success is even more special as she becomes the 1st woman to win a medal in shooting for India.
An incredible achievement!#Cheer4Bharat
The medal is Bronze…
— anand mahindra (@anandmahindra) July 28, 2024
But that look is Pure GOLD.
Steely-eyed determination that made her the first Indian Woman to win a shooting medal in the Olympics.
Don’t ever try to get in her way.
🇮🇳💪🏽👏🏽👏🏽👏🏽#ManuBhakar #ParisOlympics2024 pic.twitter.com/HIW5Obe24K
2017 के राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में, मनु भाकर ने ओलंपियन और पूर्व विश्व नंबर 1 हिना सिद्धू को चौंका दिया। मनु ने 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में रिकॉर्ड स्कोर 242.3 शूट करके सिद्धू का मार्क मिटा दिया और खिताब जीता।
इसके बाद उन्होंने 2017 एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में एक रजत पदक जीता और अगले वर्ष, मनु भाकर ने बड़े मंच पर शानदार अंदाज में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
मनु भाकर की इस सफलता की कहानी हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने न केवल अपने परिवार का नाम रोशन किया, बल्कि देश के लिए भी गर्व का कारण बनीं। पेरिस ओलंपिक 2024 में उनके द्वारा जीता गया पदक भारत के भविष्य के खिलाड़ियों के लिए मार्गदर्शन का प्रतीक है।