भजन
दर्शन देता जाइजो जी,
सतगुरु मिलता जाइजो जी ।
म्हारे पिवरिया री बातां थोड़ी म्हने,
केता जाइजो जी ॥
सोने जेडी पीळी पड़ गई,
दुनिया बतावे रोग ।
रोग दोग म्हारे काई नी लागे,
गुरु मिलण रो जोग ॥
म्हारे भाभे म्हने बींद बतायो
पकड़ बताई बाँह ।
कांई कहो में कांई न समझू,
जिव भजन रे माय ॥
म्हारे देश रा लोग भला है,
पेहरे कंठी माला ।
म्हारा लागे वे भाई-भतीजा,
राणाजी रा साला ॥
सासरियो संसार छोडियो,
पीव ही लागे प्यारो ।
बाई मीरा ने गिरधर मिलिया,
चरण कमल लिपटायो ॥