“हम राम जी के, राम जी हमारे हैं” — यह भजन केवल एक गीत नहीं, बल्कि एक भक्त की राम के प्रति समर्पण और भरोसे का उद्घोष है। पूज्य राजन जी महाराज द्वारा प्रस्तुत यह मधुर भजन राम नाम की महिमा और उनके प्रति अटल विश्वास को सरल शब्दों में दर्शाता है। इस लेख में हम इस भजन की पंक्तियों के भावार्थ पर प्रकाश डालेंगे और जानेंगे कि यह क्यों करोड़ों भक्तों के दिलों को छू जाता है।
हम राम जी के राम जी हमारे हैं भजन – Ham Ram Ji Ke Ram Ji Hamare Pujya Rajan ji Maharaj
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं,
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं।
मेरे नयनों के तारे हैं,
सारे जग के रखवाले हैं,
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं,
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं।
एक भरोसो एक बल, एक आस विश्वास,
एक राम घनश्याम हित, जातक तुलसी दास,
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं,
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं।
जो लाखो पापियों को तारे हैं,
जो अधमन को उद्धारे हैं,
हम उनकी शरण पधारे हैं,
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं,
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं।
शरणागत आर्त निवारे हैं,
हम इनके सदा सहारे हैं,
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं,
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं।
गणिका और गिद्ध उद्धारे हैं,
हम खड़े उन्हीके के द्वारे हैं,
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं।
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं।
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं,
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं।




