Category: व्रत कथाएँ

व्रत कथाएँ हमारे भारतीय संस्कृति और परंपराओं का एक अभिन्न हिस्सा हैं। इन कथाओं में न केवल धार्मिक महत्व को बताया गया है, बल्कि इनसे नैतिक शिक्षा और जीवन मूल्यों की भी सीख मिलती है। व्रत कथाएँ विभिन्न देवी-देवताओं, पौराणिक कथाओं, और मान्यताओं से जुड़ी होती हैं, जो विशेष व्रत या त्यौहारों के दौरान पढ़ी और सुनी जाती हैं। ये कथाएँ हमें सिखाती हैं कि किस प्रकार विश्वास, भक्ति, और समर्पण के बल पर जीवन के कठिनाइयों और संघर्षों का सामना किया जा सकता है।

हम आपके लिए लाए हैं विभिन्न व्रतों से जुड़ी अद्भुत कथाएँ, जो न सिर्फ आपके धार्मिक ज्ञान को बढ़ाएंगी, बल्कि आपके मन को भी शांति प्रदान करेंगी। हमारे संग्रह में शामिल हैं करवा चौथ, सावन के सोमवार, नवरात्रि, एकादशी, और अन्य कई व्रतों से जुड़ी कथाएँ। हम सरल और सहज भाषा में इन कथाओं को प्रस्तुत करते हैं, जिससे कि हर उम्र और वर्ग के लोग इन्हें आसानी से समझ सकें।

आइए, हमारे साथ इस आध्यात्मिक यात्रा पर चलें और अपने जीवन में सकारात्मकता और शांति को आमंत्रित करें।

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 23 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 23

व्रत कथा दृढ़धन्वा राजा बोला- हे मुनियों में श्रेष्ठ! हे दीनों पर दया करने वाले! श्रीपुरुषोत्तम मास में दीप-दान का फल क्या है? सो कृपा करके मुझसे कहिये। श्रीनारायण बोले- इस प्रकार राजा दृढ़धन्वा के पूछने पर अत्यन्त प्रसन्न, मुनियों [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 24 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 24

व्रत कथा मणिग्रीव बोला, 'हे द्विज! विद्वानों से पूर्ण और सुन्दर चमत्कारपुर में धर्मपत्नी के साथ में रहता था। धनाढय, पवित्र आचरण वाला, परोपकार में तत्पर मुझको किसी समय संयोग से दुष्ट बुद्धि पैदा हुई। दुष्ट बुद्धि के कारण मैंने [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 29 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 29

व्रत कथा पुण्यशील-सुशील बोले, 'हे विभो! गोलोक को चलो, यहाँ देरी क्यों करते हो? तुमको पुरुषोत्तम भगवान्‌ का सामीप्य मिला है। कदर्य बोला, 'मेरे बहुत कर्म अनेक प्रकार से भोगने योग्य हैं। परन्तु हमारा उद्धार कैसे हुआ जिससे गोलोक को [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 26 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 26

व्रत कथा अब उद्यापन के पीछे व्रत के नियम का त्याग कहते हैं। बाल्मीकि मुनि बोले- सम्पूर्ण पापों के नाश के लिये गरुडध्वज भगवान्‌ की प्रसन्नता के लिये धारण किये व्रत नियम का विधि पूर्वक त्याग कहते हैं। हे राजन्‌! [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 25 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 25

व्रत कथा दृढ़धन्वा बोला, 'हे ब्रह्मन्‌! हे मुने! अब आप पुरुषोत्तम मास के व्रत करने वाले मनुष्यों के लिए कृपाकर उद्यापन विधि को अच्छी तरह से कहिए। बाल्मीकि मुनि बोले, 'पुरुषोत्तम मास व्रत के सम्पूर्ण फल की प्राप्ति के लिए [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 27 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 27

व्रत कथा श्रीनारायण बोले, 'इस प्रकार कह कर मौन हुए मुनिश्वर बाल्मीकि मुनि को सपत्नीक राजा दृढ़धन्वा ने नमस्कार किया, और प्रसन्नता के साथ भक्तिपूर्वक पूजन किया। उस राजा दृढ़धन्वा से की हुई पूजा को लेकर आशीर्वाद को दिया। तुम्हारा [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 28 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 28

व्रत कथा श्रीनारायण बोले- चित्रगुप्त धर्मराज के वचन को सुनकर अपने योद्धाओं से बोले- यह कदर्य प्रथम बहुत समय तक अत्यन्त लोभ से ग्रस्त हुआ, बाद चोरी करना शुरू किया। इसलिये यह प्रथम प्रेतशरीर को प्राप्त कर बाद वानर शरीर [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 30 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 30

व्रत कथा नारदजी बोले, 'हे तपोनिधे! तुमने पहले पतिव्रता स्त्री की प्रशंसा की है अब आप उनके सब लक्षणों को मुझसे कहिये। सूतजी बोले, 'हे पृथिवी के देवता ब्राह्मणो! इस प्रकार नारद मुनि के पूछने पर स्वयं प्राचीन मुनि नारायण [...]

आषाढ़ संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत कथा – Ashadha Sankashti Ganesh Chaturthi Vrat Katha

व्रत कथा पार्वती जी ने पूछा कि हे पुत्र ! आषाढ़ कृष्ण चतुर्थी को गणेश की पूजा कैसे करनी चाहिए? आषाढ़ मास के गणपति देवता का क्या नाम है? उनके पूजन आदि का क्या विधान है, सो आप मुझसे कहिए? गणेश जी [...]

चैत्र संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत कथा – Chaitra Sankashti Ganesh Chaturthi Vrat Katha

व्रत कथा एक समय कैलाश में माता पार्वती तथा श्री गणेश जी महाराज विराजमान थे तब 12 माह की गणेश चतुर्थी का प्रसंग चल पड़ा। पार्वती जी ने पूछा कि हे पुत्र ! चैत्र कृष्ण चतुर्थी को गणेश की पूजा [...]

वैशाख संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत कथा – Vaishakh Sankashti Ganesh Chaturthi Vrat Katha

व्रत कथा एक बार पार्वती जी ने गणेशजी से पूछा कि वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की जो संकटा नामक चतुर्थी कही गई है, उस दिन कौन से गणेश का किस विधि से पूजन करना चाहिए एवं उस दिन भोजन [...]

ज्येष्ठ संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत कथा – Jyeshtha Sankashti Ganesh Chaturthi Vrat Katha

व्रत कथा सतयुग में सौ यज्ञ करने वाले एक पृथु नामक राजा हुए। उनके राज्यान्तर्गत दयादेव नामक एक ब्राह्मण रहते थे। वेदों में निष्णात उनके चार पुत्र थे। पिता ने अपने पुत्रों का विवाह गृहसूत्र के वैदिक विधान से कर दिया। उन [...]

श्री नागेश्वर ज्योतिर्लिंग उत्पत्ति पौराणिक कथा – Shri Nageshwar Jyotirlinga Utpatti Pauranik Katha

व्रत कथा दारूका नाम की एक प्रसिद्ध राक्षसी थी, जो पार्वती जी से वरदान प्राप्त कर अहंकार में चूर रहती थी। उसका पति दरुका महान् बलशाली राक्षस था। उसने बहुत से राक्षसों को अपने साथ लेकर समाज में आतंक फैलाया [...]

नाग पंचमी पौराणिक कथा – Nag Panchami Pauranik Katha

व्रत कथा प्राचीन काल में एक सेठजी के सात पुत्र थे। सातों के विवाह हो चुके थे। सबसे छोटे पुत्र की पत्नी श्रेष्ठ चरित्र की विदूषी और सुशील थी, परंतु उसके भाई नहीं था। एक दिन बड़ी बहू ने घर [...]

वरलक्ष्मी व्रत कथा – Varalakshmi Vrat Katha

व्रत कथा वरलक्ष्मी व्रत कथा के अनुसार बहुत पौराणिक समय मैं मगध राज्य में कुण्डी नामक एक नगर था। पुरातन काल की कथाओं के अनुसार स्वर्ग की कृपा से इस नगर का निर्माण हुआ था। यह नगर मगध राज्य के मध्य [...]

पुत्रदा / पवित्रा एकादशी व्रत कथा – Putrada / Pavitra Ekadashi Vrat Katha

व्रत कथा पुत्रदा एकादशी का महत्त्व: श्री युधिष्ठिर कहने लगे कि हे भगवान! मैंने श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की कामिका एकादशी का सविस्तार वर्णन सुना। अब आप मुझे श्रावण शुक्ल एकादशी का क्या नाम है? व्रत करने की विधि तथा इसका माहात्म्य कृपा [...]