Category: व्रत कथाएँ

व्रत कथाएँ हमारे भारतीय संस्कृति और परंपराओं का एक अभिन्न हिस्सा हैं। इन कथाओं में न केवल धार्मिक महत्व को बताया गया है, बल्कि इनसे नैतिक शिक्षा और जीवन मूल्यों की भी सीख मिलती है। व्रत कथाएँ विभिन्न देवी-देवताओं, पौराणिक कथाओं, और मान्यताओं से जुड़ी होती हैं, जो विशेष व्रत या त्यौहारों के दौरान पढ़ी और सुनी जाती हैं। ये कथाएँ हमें सिखाती हैं कि किस प्रकार विश्वास, भक्ति, और समर्पण के बल पर जीवन के कठिनाइयों और संघर्षों का सामना किया जा सकता है।

हम आपके लिए लाए हैं विभिन्न व्रतों से जुड़ी अद्भुत कथाएँ, जो न सिर्फ आपके धार्मिक ज्ञान को बढ़ाएंगी, बल्कि आपके मन को भी शांति प्रदान करेंगी। हमारे संग्रह में शामिल हैं करवा चौथ, सावन के सोमवार, नवरात्रि, एकादशी, और अन्य कई व्रतों से जुड़ी कथाएँ। हम सरल और सहज भाषा में इन कथाओं को प्रस्तुत करते हैं, जिससे कि हर उम्र और वर्ग के लोग इन्हें आसानी से समझ सकें।

आइए, हमारे साथ इस आध्यात्मिक यात्रा पर चलें और अपने जीवन में सकारात्मकता और शांति को आमंत्रित करें।

तुलसी विवाह पौराणिक कथा – Tulsi Vivah Pauranik Katha

व्रत कथा एक बार शिव ने अपने तेज को समुद्र में फैंक दिया था। उससे एक महातेजस्वी बालक ने जन्म लिया। यह बालक आगे चलकर जालंधर के नाम से पराक्रमी दैत्य राजा बना। इसकी राजधानी का नाम जालंधर नगरी था। दैत्यराज कालनेमी की [...]

कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 30 – Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 30

व्रत कथा कार्तिक मास की कथा, करती भव से पार । तीसवाँ अध्याय लिखूँ, हुई हरि कृपा अपार ॥ भगवान श्रीकृष्ण सत्यभामा से बोले- हे प्रिये! नारदजी के यह वचन सुनकर महाराजा पृथु बहुत आश्चर्यचकित हुए। अन्त में उन्होंने नारदजी [...]

कार्तिक मास माहात्म्य कथा: अध्याय 29 – Kartik Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 29

व्रत कथा प्रभु कृपा से लिख रहा, सुन्दर शब्द सजाय । कार्तिक मास माहात्म का, उन्तीसवाँ अध्याय ॥ राजा पृथु ने कहा - हे मुनिश्रेष्ठ! आपने कलहा द्वारा मुक्ति पाये जाने का वृत्तान्त मुझसे कहा जिसे मैंने ध्यानपूर्वक सुना। हे [...]

उत्पन्ना एकादशी व्रत कथा – Utpanna Ekadashi Vrat Katha

उत्पन्ना एकादशी व्रत कथा भगवान विष्णु की महिमा और उनके प्रति समर्पण का प्रतीक है। यह एकादशी विशेष रूप से भगवान विष्णु के प्रति भक्ति और आस्था को समर्पित है। उत्पन्ना एकादशी के दिन व्रत करने से जीवन में सुख-समृद्धि [...]

शनि प्रदोष व्रत कथा – Shani Pradosh Vrat Katha

शनि प्रदोष व्रत कथा त्रयोदशी तिथि को मनाए जाने वाले प्रदोष व्रत की एक विशेष कथा है, जो विशेष रूप से शनिवार के दिन पड़ती है। इस व्रत का महत्व भगवान शिव और शनि देव की आराधना से जुड़ा हुआ [...]

अन्नपूर्णा माता व्रत कथा – Annapurna Mata Vrat Katha

अन्नपूर्णा माता व्रत कथा भगवान शिव और देवी अन्नपूर्णा के बीच की एक पवित्र कथा है, जो अन्न और पोषण की देवी, माता अन्नपूर्णा की महिमा को दर्शाती है। कथा के अनुसार, एक बार भगवान शिव और देवी पार्वती के [...]

रवि प्रदोष व्रत कथा – Ravi Pradosh Vrat Katha

रवि प्रदोष व्रत कथा भगवान शिव की भक्ति और उनके आशीर्वाद की महत्ता को दर्शाती है। यह व्रत जब त्रयोदशी तिथि रविवार को पड़ती है, तब किया जाता है। कथा में एक भक्त की कहानी होती है जो गंभीर समस्याओं [...]

गजेंद्र और ग्राह मुक्ति कथा – Gajendra And Grah Mukti Katha

व्रत कथा वैकुण्ठ के द्वारपाल जय और विजय पूर्व जन्म में कौन थे? क्षीरसागर में एक त्रिकूट नामक एक प्रसिद्ध एवं श्रेष्ठ पर्वत था। उसकी ऊँचाई आसमान छूती थी। उसकी लम्बाई-चौड़ाई भी चारों ओर काफी विस्तृत थी। उसके तीन शिखर [...]

भगवान दत्तात्रेय जन्म | पतिव्रता सती माता अनसूइया की कथा – Pativrata Sati Mata Ansuiya Ki Katha

व्रत कथा भगवान को अपने भक्तों का यश बढ़ाना होता है तो वे नाना प्रकार की लीलाएँ करते हैं। श्री लक्ष्मी जी, माता सती और देवी सरस्वती जी को अपने पतिव्रत का बड़ा अभिमान था। तीनों देवियों के अभिमान को [...]

मोक्षदा एकादशी व्रत कथा – Mokshada Ekadashi Vrat Katha

व्रत कथा मोक्षदा एकादशी का महत्त्व: धर्मराज युधिष्ठिर कहने लगे कि हे भगवान! मैंने मार्गशीर्ष कृष्ण एकादशी अर्थात उत्पन्ना एकादशी का सविस्तार वर्णन सुना। अब आप कृपा करके मुझे मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी के विषय में भी बतलाइये। इस [...]

पौष संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत कथा – Paush Sankashti Ganesh Chaturthi Vrat Katha

व्रत कथा पौष मास में चतुर्थी का व्रत कर रहे व्रतधारियों को दोनों हाथों में पुष्प लेकर श्री गणेश जी का ध्यान तथा पूजन करने के पश्चात पौष गणेश चतुर्थी की यह कथा अवश्य ही पढ़ना अथवा सुनना चाहिए। संकष्टी [...]

कालयवन वध कथा – Kalyavan Vadh Katha

व्रत कथा यह जन्म से ब्राह्मण लेकिन कर्म से असुर था और अरब के पास यवन देश में रहता था। पुराणों में इसे म्लेच्छों का प्रमुख कहा गया है। कालयवन वध की कथा का वर्णन विष्णु पुराण के पंचम अंश [...]

सफला एकादशी व्रत कथा – Saphala Ekadashi Vrat Katha

सफला एकादशी व्रत कथा में एक धर्महीन राजा महिष्मान का वर्णन है जिसका पुत्र धर्म संगत जीवन न जीकर दुराचारी बन जाता है। अपने कुकर्मों की वजह से राजा द्वारा निकाले जाने के बाद, वह एक दिन एक महात्मा की [...]

पौष पुत्रदा एकादशी व्रत कथा – Pausha Putrada Ekadashi Vrat Katha

पौष पुत्रदा एकादशी व्रत कथा महाभारत से जुड़ी है, जिसमें धर्मराज युधिष्ठिर को भगवान श्रीकृष्ण द्वारा यह व्रत कथा सुनाई गई है। इस कथा में, एक धर्मात्मा राजा जो संतान सुख की कामना रखते हैं, उन्हें पौष माह की एकादशी [...]

भौम प्रदोष व्रत कथा – Bhaum Pradosh Vrat Katha

इस कहानी में, एक वृद्धा की भक्ति की परीक्षा लेने के लिए हनुमानजी उसके घर साधु के वेश में जाते हैं। वृद्धा को अपने पुत्र की पीठ पर आग जलाकर भोजन बनाने की चुनौती दी जाती है। अंत में, वृद्धा [...]

सकट चौथ पौराणिक व्रत कथा – श्री महादेवजी पार्वती – Sakat Chauth Pauranik Vrat Katha – Shri Mahadev Parvati

इस कथा में, महादेवजी और पार्वतीजी नर्मदा के तट पर चौपड़ खेलते हैं, जहाँ पार्वतीजी द्वारा बनाए गए पुतले ने खेल के साक्षी के रूप में महादेवजी को विजेता घोषित किया। पार्वतीजी द्वारा पुतले को दिए गए शाप के बाद, [...]