Category: Sanatan Dharam

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 3 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 3

व्रत कथा ऋषिगण बोले, 'हे महाभाग! नर के मित्र नारायण नारद के प्रति जो शुभ वचन बोले वह आप विस्तार पूर्वक हमसे कहें।' सूतजी बोले, 'हे द्विजसत्तमो! नारायण ने नारद के प्रति जो सुन्दर वचन कहे वह जैसे मैंने सुने [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 4 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 4

व्रत कथा श्रीनारायण बोले, 'हे नारद! भगवान् पुरुषोत्तम के आगे जो शुभ वचन अधिमास ने कहे वह लोगों के कल्याण की इच्छा से हम कहते हैं, सुनो। अधिमास बोला, 'हे नाथ! हे कृपानिधे! हे हरे! मेरे से जो बलवान् हैं [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 6 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 6

व्रत कथा नारदजी बोले - भगवान् गोलोक में जाकर क्या करते हैं? हे पापरहित! मुझ श्रोता के ऊपर कृपा करके कहिये। श्रीनारायण बोले - हे नारद! पापरहित! अधिमास को लेकर भगवान् विष्णु के गोलोक जाने पर जो घटना हुई वह [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 5 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 5

व्रत कथा नारद जी बोले, 'हे महाभाग! हे तपोनिधे! इस प्रकार अधिमास के वचनों को सुनकर हरि ने चरणों के आगे पड़े हुए अधिमास से क्या कहा?' श्रीनारायण बोले, 'हे पाप रहित! हे नारद! जो हरि ने मलमास के प्रति [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 7 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 7

व्रत कथा सूतजी बोले - हे तपोधन! आप लोगों ने जो प्रश्न किया है वही प्रश्न नारद ने नारायण से किया था सो नारायण ने जो उत्तर दिया वही मैंआप लोगों से कहता हूँ। नारदजी बोले - विष्णु ने अधिमास [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 8 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 8

व्रत कथा सूतजी बोले, 'हे तपोधन! विष्णु और श्रीकृष्ण के संवाद को सुन सन्तुष्टमन नारद, नारायण से पुनः प्रश्न करने लगे। नारदजी बोले, 'हे प्रभो! जब विष्णु बैकुण्ठ चले गये तब फिर क्या हुआ? कहिये। आदिपुरुष कृष्ण और हरिसुत का [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 9 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 9

व्रत कथा सूतजी बोले, 'तदनन्तर विस्मय से युक्त नारद मुनि ने मेधावी ऋषि की कन्या का अद्‌भुत वृत्तान्त पूछा। नारदजी बोले, 'हे मुने! उस तपोवन में मेधावी की कन्या ने बाद में क्या किया? और किस मुनिश्रेष्ठ ने उसके साथ [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 10 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 10

व्रत कथा नारद जी बोले, 'हे तपोनिधे! परम क्रोधीदुर्वासा मुनि ने विचार करके उस कन्या से क्या उपदेश दिया। सो आप मुझसे कहिये। सूतजी बोले, 'हे द्विजों! नारद का वचन सुनकर, समस्त प्राणियों का हितकर दुर्वासा का गुह्य वचन बदरीनारायण [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 11 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 11

व्रत कथा नारदजी बोले - सब मुनियों को भी जो दुष्कर कर्म है ऐसा बड़ा भारी तप जो इस कुमारी ने किया वह हे महामुने! हमें सुनाइये। श्रीनारायण बोले - अनन्तर ऋषि-कन्या ने भगवान्‌ शिव, शान्त, पंचमुख, सनातन महादेव को [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 12 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 12

व्रत कथा नारदजी बोले, 'जब भगवान् शंकर चले गये तब हे प्रभो! उस बाला ने शोककर क्या किया! सो मुझ विनीत को धर्मसिद्धि के लिए कहिये। श्रीनारायण बोले, 'इसी प्रकार राजा युधिष्ठिर ने भगवान् कृष्ण से पूछा था सो भगवान् [...]

पद्मिनी एकादशी व्रत कथा – Padmini Ekadashi Vrat Katha

व्रत कथा पद्मिनी एकादशी का महत्त्व: धर्मराज युधिष्ठिर कहने लगे कि, हे जनार्दन! आपने सभी एकादशियों का विस्तारपूर्वक वर्णन कर मुझे सुनाया, अतः अब आप कृपा करके मुझे अधिकमास के शुक्ल पक्ष की एकादशी का क्या नाम है? तथा उसकी [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 13 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 13

व्रत कथा ऋषि लोग बोले, 'हे सूत! हे महाभाग! हे सूत! हे बोलने वालों में श्रेष्ठ! पुरुषोत्तम के सेवन से राजा दृढ़धन्वा शोभन राज्य, पुत्र आदि तथा पतिव्रता स्त्री को किस तरह प्राप्त किया और योगियों को भी दुर्लभ भगवान्‌ [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 16 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 16

व्रत कथा श्रीनारायण बोले, 'हे महाप्राज्ञ! हे नारद! बाल्मीकि ऋषि ने जो परम अद्भुत चरित्र दृढ़धन्वा राजा से कहा उस चरित्र को मैं कहता हूँ तुम सुनो। बाल्मीकि ऋषि बोले, 'हे दृढ़धन्वन! हे महाराज! हमारे वचन को सुनिये। गरुड़ जी [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 15 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 15

व्रत कथा श्रीनारायण बोले, 'नारद! सुदेव शर्मा ब्राह्मण हाथ जोड़कर गद्‌गद स्वर से भक्तवत्सल श्रीकृष्णदेव की स्तुति करता हुआ बोला, 'हे देव! हे देवेश! हे त्रैलोक्य को अभय देनेवाले! हे प्रभो! आपको नमस्कार है। हे सर्वेश्वर! आपको नमस्कार है, मैं [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 17 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 17

व्रत कथा नारद जी बोले, 'हे तपोनिधे! उसके बाद साक्षात्‌ भगवान्‌ बाल्मीकि मुनि ने राजा दृढ़धन्वा को क्या कहा सो आप कहिये। श्रीनारायण बोले, 'वह राजर्षि दृढ़धन्वा अपने पूर्व-जन्म का वृ्त्तान्त सुनकर आश्चर्य करता हुआ मुनिश्रेष्ठ बाल्मीकि मुनि से पूछता [...]

पुरुषोत्तम मास माहात्म्य कथा: अध्याय 18 – Purushottam Mas Mahatmya Katha: Adhyaya 18

व्रत कथा नारद जी बोले, 'हे तपोनिधे! उसके बाद साक्षात्‌ भगवान्‌ बाल्मीकि मुनि ने राजा दृढ़धन्वा को क्या कहा सो आप कहिये। श्रीनारायण बोले, 'वह राजर्षि दृढ़धन्वा अपने पूर्व-जन्म का वृ्त्तान्त सुनकर आश्चर्य करता हुआ मुनिश्रेष्ठ बाल्मीकि मुनि से पूछता [...]