Category: Sanatan Dharam

रघुवर श्री रामचन्द्र जी आरती – Raghuvar Shri Ramchandra Ji

श्री राम नवमी, विजय दशमी, सुंदरकांड, रामचरितमानस कथा और अखंड रामायण के पाठ में प्रमुखता से की जाने वाली आरती। आरती कीजै श्री रघुवर जी की, सत चित आनन्द शिव सुन्दर की॥ दशरथ तनय कौशल्या नन्दन, सुर मुनि रक्षक दैत्य [...]

श्री स्वामीनारायण आरती – Shri Swaminarayan Arti

श्री स्वामीनारायण आरती प्रतिदिन सभी BAPS मंदिरों में तथा भक्ति भाव से भरे अनगिनत घरों में और विशेष अवसरों पर गाई जाती है। यह आरती उपासकों के ह्रदय को अक्षरपुरूषोत्तम प्रभु के दिव्य रूपों की महिमा की याद दिलाती है। [...]

श्री गंगा जी की आरती – Shri Ganga Ji Ki Aarti

श्री गंगा जी आरती का महत्व: गंगा जी की आरती हिन्दू धर्म में बेहद महत्वपूर्ण और पवित्र मानी जाती है। यह नदी न केवल भारत की सबसे पवित्र नदियों में से एक है, बल्कि इसे मोक्ष प्रदान करने वाली और [...]

माँ सरस्वती वंदना – या कुन्देन्दुतुषारहारधवला – Maa Saraswati Vandana

त्योहार सरस्वती पूजा, वसंत पंचमी व केंद्रीय विद्यालयों, सरस्वती शिशु मंदिर, डी ए वी स्कूल मे गायी जाने वाली लोकप्रिय प्रार्थना। ॥ आरती ॥ या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता, या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना । या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता, सा मां [...]

आरती सरस्वती जी – ओइम् जय वीणे वाली – Shri Saraswati Jai Veene Wali Ki Aarti

॥ आरती ॥ ओइम् जय वीणे वाली, मैया जय वीणे वाली ऋद्धि-सिद्धि की रहती, हाथ तेरे ताली ऋषि मुनियों की बुद्धि को, शुद्ध तू ही करती स्वर्ण की भाँति शुद्ध, तू ही माँ करती॥ 1 ॥ ज्ञान पिता को देती, [...]

ॐ जय सरस्वती माता जी की आरती – Om Jai Saraswati Mata Ji Ki Aarti

सरस्वती माँ की आरती करने का महत्व बहुत विशेष है। माँ सरस्वती को ज्ञान, बुद्धि, संगीत, और कला की देवी माना जाता है। उनकी आरती का उद्देश्य उनसे विद्या और बुद्धि का आशीर्वाद प्राप्त करना है। विद्यार्थियों, शिक्षकों, और कलाकारों [...]

श्री राम स्तुति – Shri Ram Stuti

श्री राम नवमी, विजय दशमी, सुंदरकांड, रामचरितमानस कथा, श्री हनुमान जन्मोत्सव और अखंड रामायण के पाठ में प्रमुखता से वाचन किया जाने वाली वंदना ॥ दोहा ॥ श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं । नव कंज लोचन कंज मुख [...]

श्री ललिता माता की आरती – Shri Lalita Mata Ki Aarti

॥ आरती ॥ श्री मातेश्वरी जय त्रिपुरेश्वरी । राजेश्वरी जय नमो नमः ॥ करुणामयी सकल अघ हारिणी । अमृत वर्षिणी नमो नमः ॥ जय शरणं वरणं नमो नमः । श्री मातेश्वरी जय त्रिपुरेश्वरी ॥ अशुभ विनाशिनी, सब सुख दायिनी । [...]

श्री सत्यनारायण जी आरती – Shri Satyanarayan Ji Ki Aarti

॥ आरती ॥ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा । सत्यनारायण स्वामी, जन पातक हरणा ॥ ॐ जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा । रत्‍‌न जडि़त सिंहासन, अद्भुत छवि राजै । नारद करत निराजन, घण्टा ध्वनि बाजै ॥ [...]

लक्ष्मीजी आरती – Laxmi Mata Aarti

भगवान विष्णु की अर्धांगिनी माता लक्ष्मी का आह्वान भक्तजन साप्ताहिक दिन शुक्रवार, गुरुवार, वैभव लक्ष्मी व्रत तथा दीपावली में लक्ष्मी पूजन के दिन मुख्यतया अधिक करते हैं, जिसके अंतरगत भक्त माँ लक्ष्मी की आरती करने है। ॥ आरती ॥ महालक्ष्मी [...]

श्री गणेश आरती – Shri Ganesh Aarti

॥ आरती ॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी । माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥ जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता [...]

श्री बृहस्पति देव की आरती – Shri Brihaspati Dev Ji Ki Aarti

श्री बृहस्पति देव की आरती बृहस्पति देव की पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिन्हें गुरु ग्रह के रूप में जाना जाता है। बृहस्पति देव को ज्ञान, बुद्धि, और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। उनकी आरती करने से व्यक्ति [...]

श्री शनि देव आरती – Shri Shani Dev Aarti

॥ आरती ॥ जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी । सूर्य पुत्र प्रभु छाया महतारी ॥ ॥ जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी ॥ श्याम अंग वक्र-दृष्टि चतुर्भुजा धारी । नी लाम्बर धार नाथ गज की असवारी ॥ ॥ जय [...]

जय संतोषी माता आरती – Jai Santoshi Mata Aarti

संतोषी माता, हिंदू धर्म में संतोष और शांति की देवी के रूप में पूजी जाती हैं। उनकी आराधना करने वाले भक्त जीवन में संतोष, सुख, और कष्टों से मुक्ति की कामना करते हैं। 'जय संतोषी माता' आरती, विशेष रूप से [...]

श्री भगवत भगवान की आरती – Shri Bhagwat Bhagwan Ki Aarti

श्री भगवत भगवान हिन्दू धर्म में उच्चतम देवता हैं, जिन्हें सर्वशक्तिमान, सर्वव्यापी, और अनंत के रूप में पूजा जाता है। "भगवान" शब्द का अर्थ है वह जो सभी भौतिक संपदाओं और आध्यात्मिक गुणों से युक्त है। हिन्दू धर्म में, भगवान [...]

आरती भगवान श्री शीतलनाथ जी – Arti Bhagwan Shri Sheetalnath Ji

॥ आरती ॥ ॐ जय शीतलनाथ स्वामी, स्वामी जय शीतलनाथ स्वामी। घृत दीपक से करू आरती, घृत दीपक से करू आरती। तुम अंतरयामी, ॐ जयशीतलनाथ स्वामी॥ ॥ ॐ जय शीतलनाथ स्वामी...॥ भदिदलपुर में जनम लिया प्रभु, दृढरथ पितु नामी, दृढरथ [...]