Category: Sanatan Dharam

हर महादेव आरती: सत्य, सनातन, सुंदर – Har Mahadev Aarti: Satya Sanatan Sundar

॥ आरती ॥ सत्य, सनातन, सुंदर, शिव! सबके स्वामी । अविकारी, अविनाशी, अज, अंतर्यामी ॥ ॐ हर हर हर महादेव..॥ आदि अनंत, अनामय, अकल, कलाधारी । अमल, अरूप, अगोचर, अविचल अघहारी ॥ ॐ हर हर हर महादेव..॥ ब्रह्मा, विष्णु, महेश्वर, [...]

भगवान कार्तिकेय जी की आरती – Bhagwan Kartikey Ji Ki Aarti

॥ आरती ॥ कार्तिकेय जी की आरती – जय जय आरती वेणु गोपाला वेणु गोपाला वेणु लोला पाप विदुरा नवनीत चोरा जय जय आरती वेंकटरमणा वेंकटरमणा संकटहरणा सीता राम राधे श्याम जय जय आरती गौरी मनोहर गौरी मनोहर भवानी शंकर [...]

श्री बाल कृष्ण जी की आरती – Shri Bal Krishna Ji Ki Aarti

॥ आरती ॥ आरती बाल कृष्ण की कीजै, अपना जन्म सफल कर लीजै ॥ श्री यशोदा का परम दुलारा, बाबा के अँखियन का तारा । गोपियन के प्राणन से प्यारा, इन पर प्राण न्योछावर कीजै ॥ ॥आरती बाल कृष्ण की [...]

श्री युगलकिशोर जी की आरती – Shri Yugal Kishoreki Ji Ki Aarti

॥ आरती ॥ आरती युगलकिशोर की कीजै । तन मन धन न्योछावर कीजै ॥ गौरश्याम मुख निरखन लीजै । हरि का रूप नयन भरि पीजै ॥ रवि शशि कोटि बदन की शोभा । ताहि निरखि मेरो मन लोभा ॥ ओढ़े [...]

श्री बाँकेबिहारी जी की आरती – Shri Banke Bihari Ji Ki Aarti

॥ आरती ॥ श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं, हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं । आरती गाऊं प्यारे आपको रिझाऊं, श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं । ॥ श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं..॥ मोर मुकुट प्यारे शीश पे सोहे, प्यारी बंसी [...]

आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन – भोग आरती – Aao Bhog Lagao Mere Mohan: Bhog Aarti

॥ आरती ॥ आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन… दुर्योधन को मेवा त्यागो, साग विदुर घर खायो प्यारे मोहन, आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन… भिलनी के बैर सुदामा के तंडुल रूचि रूचि भोग लगाओ प्यारे मोहन… आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन… [...]

श्री सिद्धिविनायक जी की आरती – Shri Siddhivinayak Ji Ki Aarti

श्री सिद्धिविनायक मंदिर मुंबई का सबसे प्रसिद्ध भगवान श्री गणेश मंदिर है, यहाँ होने वाली पूर्ण आरती मे श्री गणेश की विभिन्न स्तुतियाँ, भगवान शिव एवं देवी दुर्गा की स्तुतियाँ भी जुड़ी हैं। ॥ आरती ॥ सुख करता दुखहर्ता, वार्ता [...]

श्री गणपति जी की आरती – Shri Ganpati Ji Ki Aarti

॥ आरती ॥ शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको । दोंदिल लाल बिराजे सुत गौरिहरको । हाथ लिए गुडलद्दु सांई सुरवरको । महिमा कहे न जाय लागत हूं पादको ॥ जय देव जय देव.. जय देव जय देव, जय जय श्री [...]

श्री राधा रानी की पवित्र आरती – Shri Radha Rani Ki Aarti

॥ आरती ॥ आरती श्री वृषभानुसुता की, मंजुल मूर्ति मोहन ममता की ॥ त्रिविध तापयुत संसृति नाशिनि, विमल विवेकविराग विकासिनि । पावन प्रभु पद प्रीति प्रकाशिनि, सुन्दरतम छवि सुन्दरता की ॥ ॥ आरती श्री वृषभानुसुता की..॥ मुनि मन मोहन मोहन [...]

आरती भगवान गंगाधर जी की – Bhagwan Gangadhar Ji Ki Aarti

॥ आरती ॥ ॐ जय गंगाधर जय हर, जय गिरिजाधीशा । त्वं मां पालय नित्यं, कृपया जगदीशा ॥ ॐ हर हर हर महादेव ॥ कैलासे गिरिशिखरे, कल्पद्रुमविपिने । गुंजति मधुकरपुंजे, कुंजवने गहने ॥ ॐ हर हर हर महादेव ॥ कोकिलकूजित [...]

श्री विन्ध्येश्वरी आरती – Shri Vindhyeshwari Aarti

भक्त इन पंक्तियां को स्तुति श्री हिंगलाज माता और श्री विंध्येश्वरी माता की आरती के रूप मे प्रयोग करते हैं: ॥ आरती ॥ सुन मेरी देवी पर्वतवासनी । कोई तेरा पार ना पाया माँ ॥ पान सुपारी ध्वजा नारियल । ले तेरी भेंट चढ़ायो [...]

श्री देवी जी की आरती – Shri Devi Ji Ki Aarti

॥ आरती ॥ जगजननी जय! जय!! माँ! जगजननी जय! जय!! भयहारिणि, भवतारिणि, माँ भवभामिनि जय! जय ॥ जगजननी जय जय..॥ तू ही सत-चित-सुखमय, शुद्ध ब्रह्मरूपा । सत्य सनातन सुन्दर, पर-शिव सुर-भूपा ॥ जगजननी जय जय..॥ आदि अनादि अनामय, अविचल अविनाशी [...]

श्री तुलसी जी की आरती – Shri Tulsi Ji Ki Aarti

॥ आरती ॥ जय जय तुलसी माता, मैया जय तुलसी माता । सब जग की सुख दाता, सबकी वर माता ॥ ॥ जय तुलसी माता…॥ सब योगों से ऊपर, सब रोगों से ऊपर । रज से रक्ष करके, सबकी भव [...]

श्री अहोई माता आरती – Shri Ahoi Mata Aarti

॥ आरती ॥ जय अहोई माता, जय अहोई माता । तुमको निसदिन ध्यावत, हर विष्णु विधाता ॥ ॐ जय अहोई माता ॥ ब्रह्माणी, रुद्राणी, कमला, तू ही है जगमाता । सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॥ ॐ जय अहोई माता [...]

श्री कुबेर जी की आरती – Shri Kuber Ji Ki Aarti

भारत के सबसे बड़े त्यौहार दीपावली का शुभ आरंभ धनतेरस से होता है, धनतेरस के दिन देवी लक्ष्मी, भगवान कुबेर एवं श्री गणेश की पूजा-आरती प्रमुखता से की जाती है। ॥ आरती ॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे, स्वामी जै यक्ष जै [...]

श्री महावीर स्वामी जी की आरती – Shri Mahavir Swami Ji Ki Aarti

॥ आरती ॥ ॐ जय महावीर प्रभु, स्वामी जय महावीर प्रभु । कुण्डलपुर अवतारी, चांदनपुर अवतारी, त्रिशलानंद विभु ॥ सिध्धारथ घर जन्मे, वैभव था भारी । बाल ब्रह्मचारी व्रत, पाल्यो तप धारी ॥ ॥ॐ जय महावीर प्रभु…॥ आतम ज्ञान विरागी, [...]