Category: Sanatan Dharam

धर्मराज आरती – ॐ जय धर्म धुरन्धर – Dharmraj Ki Aarti – Om Jai Dharm Dhurandar

॥ आरती ॥ ॐ जय जय धर्म धुरन्धर, जय लोकत्राता । धर्मराज प्रभु तुम ही, हो हरिहर धाता ॥ जय देव दण्ड पाणिधर यम तुम, पापी जन कारण । सुकृति हेतु हो पर तुम, वैतरणी ताराण ॥2॥ न्याय विभाग अध्यक्ष [...]

श्री सूर्य देव की आरती – Shri Surya Dev Ji Ki Aarti

॥ आरती ॥ ऊँ जय कश्यप नन्दन, प्रभु जय अदिति नन्दन। त्रिभुवन तिमिर निकंदन, भक्त हृदय चन्दन॥ ॥ ऊँ जय कश्यप...॥ सप्त अश्वरथ राजित, एक चक्रधारी। दु:खहारी, सुखकारी, मानस मलहारी॥ ॥ ऊँ जय कश्यप...॥ सुर मुनि भूसुर वन्दित, विमल विभवशाली। [...]

श्री सूर्य रवि देव की आरती – Shri Surya Ravi Dev Ki Aarti

॥ आरती ॥ जय जय जय रविदेव, जय जय जय रविदेव । रजनीपति मदहारी, शतलद जीवन दाता ॥ पटपद मन मदुकारी, हे दिनमण दाता । जग के हे रविदेव, जय जय जय स्वदेव ॥ नभ मंडल के वाणी, ज्योति प्रकाशक [...]

श्री गौरीनंदन की आरती – Shri Gouri Nandan Ki Aarti

॥ आरती ॥ ओम जय गौरी नन्दन, प्रभु जय गौरी नंदन गणपति विघ्न निकंदन, मंगल नि:स्पन्दन ओम जय गौरी नन्दन प्रभु जय गौरी नंदन ऋषि सिद्धियाँ जिनके, नित ही चवर करे करिवर मुख सुखकारक, गणपति विध्न हरे ओम जय गौरी [...]

जय हो जय जय है गौरी नंदन – आरती – Jai Ho Jai Jai He Gauri Nandan

॥ आरती ॥ जय हो जय जय है गौरी नंदन देवा गणेशा गजानन चरणों को तेरे हम पखारते हो देवा आरती तेरी हम उतारते शुभ कार्यो में सबसे पहले तेरा पूजन करते विघ्न हटाते काज बनाते सभी अमंगल हरते ओ [...]

श्री संकटा माता की आरती – Shri Sankata Mata Ki Aarti

॥ आरती ॥ जय जय संकटा भवानी, करहूं आरती तेरी । शरण पड़ी हूँ तेरी माता, अरज सुनहूं अब मेरी ॥ जय जय संकटा भवानी..॥ नहिं कोउ तुम समान जग दाता, सुर-नर-मुनि सब टेरी । कष्ट निवारण करहु हमारा, लावहु [...]

श्री एकादशी माता की आरती – Shri Ekadashi Mata Ki Aarti

॥ आरती ॥ ॐ जय एकादशी, जय एकादशी, जय एकादशी माता। विष्णु पूजा व्रत को धारण कर, शक्ति मुक्ति पाता॥ ॐ जय एकादशी…॥ तेरे नाम गिनाऊं देवी, भक्ति प्रदान करनी। गण गौरव की देनी माता, शास्त्रों में वरनी॥ ॐ जय [...]

श्री महावीर स्वामी जी की आरती – Shri Mahaveer Swami Ji Ki Aarti

॥ आरती ॥ ॐ जय महावीर प्रभु, स्वामी जय महावीर प्रभो । जगनायक सुखदायक, अति गम्भीर प्रभो ॥ ॥ॐ जय महावीर प्रभु...॥ कुण्डलपुर में जन्में, त्रिशला के जाये । पिता सिद्धार्थ राजा, सुर नर हर्षाए ॥ ॥ॐ जय महावीर प्रभु...॥ [...]

आरती: श्री महावीर भगवान | जय सन्मति देवा – Shri Mahaveer Bhagwan 3 Jai Sanmati Deva

॥ आरती ॥ जय सन्मति देवा, प्रभु जय सन्मति देवा। वर्द्धमान महावीर वीर अति, जय संकट छेवा ॥ ॥ऊँ जय सन्मति देवा...॥ सिद्धार्थ नृप नन्द दुलारे, त्रिशला के जाये । कुण्डलपुर अवतार लिया, प्रभु सुर नर हर्षाये ॥ ॥ऊँ जय [...]

श्री नृसिंह भगवान जी की आरती – Shri Narasimha Bhagwan Ji Ki Aarti

॥ आरती ॥ ॐ जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह हरे । स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे, स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे, जनका ताप हरे ॥ ॐ जय नरसिंह हरे ॥ तुम हो दिन दयाला, भक्तन हितकारी, प्रभु भक्तन हितकारी । अद्भुत [...]

नृसिंह आरती ISKCON – Narasimha Aarti ISKCON

॥ आरती ॥ ॐ जय नरसिंह हरे, प्रभु जय नरसिंह हरे । स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे, स्तंभ फाड़ प्रभु प्रकटे, जनका ताप हरे ॥ ॐ जय नरसिंह हरे ॥ तुम हो दिन दयाला, भक्तन हितकारी, प्रभु भक्तन हितकारी । अद्भुत [...]

त्रिमूर्तिधाम: श्री हनुमान जी की आरती – Hanuman Ji Ki Aarti Trimurtidham

॥ आरती ॥ जय हनुमत बाबा, जय जय हनुमत बाबा । रामदूत बलवन्ता, रामदूत बलवन्ता, सब जन मन भावा । जय जय हनुमत बाबा । अंजनी गर्भ सम्भूता, पवन वेगधारी, बाबा पवन वेगधारी । लंकिनी गर्व निहन्ता, लंकिनी गर्व निहन्ता, [...]

आरती श्री गोरख नाथ जी – Aarti Shri Goraknath Ji Ki

आरती श्री गोरख नाथ जी गोरखनाथ जी की महिमा और आशीर्वाद प्राप्त करने का एक विशेष साधन है। योगी गोरखनाथ, जिन्हें महान संत और योग परंपरा के प्रतिष्ठापक के रूप में जाना जाता है, अपने भक्तों को आंतरिक शांति, साधना, [...]

भारत माता की आरती – Bharat Mata Ki Aarti

॥ आरती ॥ आरती भारत माता की, जगत के भाग्य विधाता की । आरती भारत माता की, ज़गत के भाग्य विधाता की । सिर पर हिम गिरिवर सोहै, चरण को रत्नाकर धोए, देवता गोदी में सोए, रहे आनंद, हुए न [...]

श्री शाकुम्भरी देवी जी की आरती – Shri Shakumbhari Devi Ji Ki Aarti

॥ आरती ॥ हरि ओम श्री शाकुम्भरी अंबा जी की आरती क़ीजो एसी अद्वभुत रूप हृदय धर लीजो शताक्षी दयालू की आरती किजो तुम परिपूर्ण आदि भवानी माँ, सब घट तुम आप भखनी माँ शकुंभारी अंबा जी की आरती किजो [...]

श्री कूष्मांडा माता जी की आरती – Shri Kushmanda Mata Ji Ki Aarti

माँ कूष्मांडा आरती: कूष्मांडा जय जग सुखदानी । मुझ पर दया करो महारानी ॥ पिगंला ज्वालामुखी निराली । शाकंबरी मां भोली भाली ॥ लाखों नाम निराले तेरे । भक्त कई मतवाले तेरे ॥ भीमा पर्वत पर है डेरा । स्वीकारो [...]