Category: Sanatan Dharam

रुद्राक्ष माला के बारे में विस्तृत जानकारी

रुद्राक्ष माला का धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से महत्व बहुत अधिक है। इसे पहनने के कुछ नियम और फायदे होते हैं जिन्हें जानना आवश्यक है। आइए जानते हैं रुद्राक्ष माला से जुड़ी विस्तृत जानकारी: 1. रुद्राक्ष की माला धारण करने [...]

नक्षत्रों का महत्व: सभी 27 नक्षत्रों के नाम और उनकी विशेषताएँ

वैदिक ज्योतिष शास्त्र में ग्रह-नक्षत्रों की चाल का विशेष महत्व होता है। ग्रहों की चाल से जहां व्यक्ति के जीवन पर शुभ-अशुभ प्रभाव पड़ता है, वहीं नक्षत्रों की गणना से व्यक्ति के स्वभाव तथा जीवनशैली पर असर होता है। वैदिक [...]

सनातन धर्म में ऋषि, मुनि, साधु, संत, महर्षि, संन्यासी और महात्मा के बीच अंतर

सनातन धर्म में ऋषि, मुनि, साधु, संत, महर्षि, संन्यासी और महात्मा का नाम बड़े ही आदर और श्रद्धा से लिया जाता है। ये सभी विभूतियाँ अपनी विशेषताओं और आध्यात्मिक उन्नति के कारण समाज में विशिष्ट स्थान रखती हैं। वर्तमान समय [...]

कुलदेवी या कुलदेवता का महत्व

हर परिवार या वंश का एक विशेष दैवीय संबंध होता है, जिसे कुलदेवी या कुलदेवता के रूप में जाना जाता है। यह दैवीय शक्ति वंश के संरक्षक के रूप में मानी जाती है, जो पीढ़ियों से परिवार के सभी सदस्यों [...]

जन्म कुंडली के 5 सबसे हानिकारक दोष तथा उनके उपाय

किसी भी व्यक्ति की कुंडली उसके जीवन में विशेष महत्व रखती है। कुंडली के आधार पर ग्रह-नक्षत्रों की गणना की जाती है, जिससे कुंडली में मौजूद गुण-दोष का पता चलता है। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में कोई अशुभ ग्रह [...]

वास्तु और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कपड़ों के लिए टिप्स: जानें कैसे लाएं सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि

वास्तु शास्त्र, जो हमारे परिवेश और निवास स्थल के डिजाइन और उनके साथ हमारे संबंध को समझने की प्राचीन भारतीय विधा है, अक्सर हमारे घरों और कार्यस्थलों की व्यवस्था और संरचना के संदर्भ में चर्चित रहता है। हालांकि, इसकी प्रासंगिकता [...]

मांगलिक दोष: विवाह और जीवन पर इसके प्रभाव समझना

मांगलिक दोष कुंडली में मंगल ग्रह की विशेष स्थिति के कारण होता है, जिसे ज्योतिष शास्त्र में महत्वपूर्ण माना जाता है। यह दोष विवाह और वैवाहिक जीवन पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम मांगलिक दोष [...]

अभिभावकों के लिए मार्गदर्शिका: बच्चों को जाति और जातिगत भेदभाव समझाना

जाति और जातिगत भेदभाव, भारतीय समाज में गहराई से निहित मुद्दे हैं, जिनका प्रभाव न केवल वयस्कों बल्कि बच्चों पर भी पड़ता है। इन मुद्दों पर बच्चों के साथ चर्चा करना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उन्हें न केवल समाज [...]

चैत्र नवरात्रि 2024: पूजा विधि, कथाओं और महत्व के साथ देवी उपासना का शुभारम्भ

चैत्र नवरात्रि, हिन्दू कैलेंडर के अनुसार वर्ष की प्रथम नवरात्रि होती है, जो चैत्र मास के प्रथम दिन से आरंभ होकर नौ दिनों तक चलती है। यह पर्व न केवल देवी माँ की भक्ति और उपासना का प्रतीक है, बल्कि [...]

अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा | बृहस्पतिदेव की कथा – Shri Brihaspatidev Ji Vrat Katha

बृहस्पतिवार व्रत कथा में, एक दानशील राजा की कहानी है जिसकी रानी दान-पुण्य में रुचि नहीं रखती। बृहस्पतिदेव साधु के रूप में आकर भिक्षा मांगते हैं, लेकिन रानी उन्हें भिक्षा देने से इनकार कर देती है। इस पर बृहस्पतिदेव ने [...]

गोपेश्वर महादेव की लीला कथा – Gopeshwar Mahadev Leela Katha

गोपेश्वर महादेव की लीला" एक अद्भुत कथा है जो भगवान शिव और श्रीकृष्ण की लीलाओं का वर्णन करती है। इस कथा के अनुसार, एक बार शरद पूर्णिमा की रात्रि में, भगवान शिव वृंदावन में श्रीकृष्ण और गोपियों की रासलीला देखने [...]

बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग प्रादुर्भाव पौराणिक कथा – Baidyanath Jyotirlinga Utpatti Pauranik Katha

बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग प्रादुर्भाव पौराणिक कथा" का सार यह है कि रावण ने अपनी घोर तपस्या से भगवान शिव को प्रसन्न करने की कोशिश की। उसने अपने नौ सिर काटकर भगवान शिव की आराधना की और जब वह दसवां सिर काटने [...]

श्री त्रंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग प्रादुर्भाव पौराणिक कथा – Shri Trimbakeshwar Jyotirlinga Utpatti Pauranik Katha

प्राचीन समय में ब्रह्मगिरी पर्वत पर देवी अहिल्या के पति ऋषि गौतम रहते थे और तपस्या करते थे। क्षेत्र में कई ऐसे ऋषि थे जो गौतम ऋषि से ईर्ष्या करते थे और उन्हें नीचा दिखाने की कोशिश किया करते थे। [...]

शुक्रवार संतोषी माता व्रत कथा – Shukravar Santoshi Mata Vrat Katha

संतोषी माता व्रत कथा एक ऐसी महिला की कहानी है जिसने अपने पति के लंबे समय तक घर न लौटने पर संतोषी माता का व्रत शुरू किया। उसकी दृढ़ आस्था और व्रत के परिणामस्वरूप, उसके पति का सफलतापूर्वक घर वापसी [...]

श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग प्रादुर्भाव पौराणिक कथा – Shri Somnath Jyotirlinga Utpatti Pauranik Katha

शिव पुराण के अनुसार सोमनाथ ज्योतिर्लिंग, भगवान शिव का प्रथम ज्योतिर्लिंग है। पुराणो में सोमनाथ ज्योतिर्लिंग की स्थापना से सम्बंधित कथा इस प्रकार है: जब प्रजापति दक्ष ने अपनी सभी सत्ताइस पुत्रियों का विवाह चन्द्रमा के साथ कर दिया, तो [...]

महा शिवरात्रि पूजन पौराणिक व्रत कथा – Maha Shivaratri Pujan Pauranik Vrat Katha

महाशिवरात्रि पूजन व्रत कथा के से जुड़ी एक रोचक पौराणिक कथा... एक बार चित्रभानु नामक एक शिकारी था। पशुओं की हत्या करके वह अपने कुटुम्ब को पालता था। वह एक साहूकार का ऋणी था, लेकिन ऋण समय पर न चुका [...]



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