Android अपडेट: अब Google एआई की मदद से फोन चोरी पकड़ सकेगा

Android अपडेट: अब Google एआई की मदद से फोन चोरी पकड़ सकेगा

आज के तकनीकी युग में, फोन चोरी एक बड़ी समस्या बन गई है। Google ने अपने I/O डेवलपर सम्मेलन में घोषणा की कि अब अरबों Android फोन में नए सुरक्षा उपकरण जोड़े जा रहे हैं। इन उपकरणों का उद्देश्य फोन चोरों को आपकी निजी जानकारी तक पहुंचने से रोकना और उनकी आपराधिक गतिविधियों को धीमा करना है।

Android फोन अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करेंगे ताकि स्वचालित रूप से पता लगाया जा सके कि आपका फोन कब छीन लिया गया है और तुरंत लॉक हो सके।

ये अपडेट कुछ Android 15 ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ आएंगे, जबकि कुछ पुराने फोन के साथ भी संगत होंगे। यह बदलाव इसलिए किया जा रहा है क्योंकि फोन चोरी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और लोगों की डेटा सुरक्षा को और मजबूत करना जरूरी हो गया है।

थैफ्ट डिटेक्शन लॉक कैसे काम करता है?

Google का नया थैफ्ट डिटेक्शन लॉक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग करके आपके फोन की चोरी का पता लगाता है और तुरंत उसे लॉक कर देता है। यह तकनीक स्मार्टफोन के विभिन्न सेंसरों जैसे एक्सेलेरोमीटर और जायरोस्कोप का उपयोग करती है। आइए जानें कि यह कैसे काम करता है:

  1. सेंसर का उपयोग: फोन में लगे एक्सेलेरोमीटर और जायरोस्कोप सेंसर लगातार फोन की स्थिति और गति को मॉनिटर करते हैं।
  2. अचानक बदलाव का पता लगाना: अगर फोन की स्थिति में अचानक बदलाव होता है, जैसे कि फोन को झपट लिया जाता है, तो AI एल्गोरिदम इसे पहचान लेता है।
  3. सुधारित एल्गोरिदम: Google ने अपने रिसर्च स्टाफ के माध्यम से यह जानने के लिए अध्ययन किया कि फोन आमतौर पर कैसे चोरी होते हैं। इसके बाद, उन्होंने इस जानकारी का उपयोग करके एल्गोरिदम को प्रशिक्षित किया।
  4. लॉकिंग मैकेनिज्म: जब AI एल्गोरिदम पहचान लेता है कि फोन छीन लिया गया है, तो यह तुरंत फोन की स्क्रीन को लॉक कर देता है। इससे चोर फोन को अनलॉक नहीं कर पाता।
  5. कैमरा ऐप का उपयोग: चोर अक्सर फोन का पिन नहीं जानते, इसलिए वे कैमरा ऐप खोलने की कोशिश करते हैं। Google ने इसे भी ध्यान में रखते हुए एल्गोरिदम को विकसित किया है ताकि इस प्रकार की गतिविधियों का भी पता लगाया जा सके।
  6. नेटवर्क से डिस्कनेक्ट करना: चोर अक्सर फोन को नेटवर्क से डिस्कनेक्ट कर देते हैं ताकि उसे रिमोटली लॉक ना किया जा सके। नई Offline Device Lock फीचर की मदद से, अगर फोन लंबे समय तक ऑफलाइन रहता है, तो यह खुद-ब-खुद लॉक हो जाएगा।

अन्य सुरक्षा सुविधाएं

Google ने थैफ्ट डिटेक्शन लॉक के अलावा कुछ और भी सुरक्षा फीचर्स जोड़े हैं:

  • फैक्ट्री रीसेट प्रोटेक्शन: फोन को फैक्ट्री रीसेट के बाद सेटअप करने के लिए लॉगिन विवरण की आवश्यकता होगी।
  • निजी स्थान: संवेदनशील ऐप्स को एक सुरक्षित स्थान में स्टोर किया जा सकता है, जिनको एक्सेस करने के लिए दूसरा पिन या बायोमेट्रिक्स की आवश्यकता होगी।
  • अतिरिक्त प्रमाणीकरण नियंत्रण: चोरों द्वारा Find My Device सर्विस को डिसेबल करने के प्रयास को रोकने के लिए अतिरिक्त प्रमाणीकरण की आवश्यकता होगी।

ये सभी फीचर्स मिलकर आपके फोन और उसमें मौजूद डेटा को अधिक सुरक्षित बनाते हैं।

चोरी के बाद सुरक्षा

Google ने आपके फोन और डेटा की सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए कई उपाय किए हैं जो आपके फोन के चोरी होने के बाद भी सुरक्षा प्रदान करते हैं। आइए जानें कि चोरी के बाद सुरक्षा कैसे काम करती है:

1. Remote Lock फीचर

अगर आपका फोन चोरी हो जाता है, तो Google का नया Remote Lock फीचर आपको सिर्फ एक फोन नंबर का उपयोग करके अपने फोन को लॉक करने की सुविधा देता है। यह कैसे काम करता है:

  • फोन नंबर से लॉक: अगर आपका फोन चोरी हो गया है और आपके पास Google अकाउंट की जानकारी नहीं है, तो आप एक फोन नंबर का उपयोग करके अपने फोन को लॉक कर सकते हैं।
  • सुरक्षित सामग्री: यह फीचर सुनिश्चित करता है कि आपकी डिवाइस की सामग्री सुरक्षित रहे और आपको इसे लॉक करने के बाद और कदम उठाने का समय मिले।

2. फैक्ट्री रीसेट प्रोटेक्शन

फैक्ट्री रीसेट के बाद फोन को सेटअप करने से रोकने के लिए, Google ने एक सुरक्षा फीचर जोड़ा है जिसमें लॉगिन विवरण की आवश्यकता होती है। यह कैसे मदद करता है:

  • अनाधिकृत सेटअप को रोकना: अगर कोई चोर आपके फोन को फैक्ट्री रीसेट करता है, तो वह आपके लॉगिन विवरण के बिना इसे सेटअप नहीं कर पाएगा।
  • फोन को असमर्थ बनाना: इससे चोरी हुए फोन को बेचना या उपयोग करना बहुत कठिन हो जाता है, जिससे फोन चोरी की घटनाओं में कमी आ सकती है।

3. निजी स्थान (Private Spaces)

Google ने संवेदनशील ऐप्स के लिए एक नया “निजी स्थान” विकल्प जोड़ा है। यह कैसे काम करता है:

  • दूसरा पिन या बायोमेट्रिक्स: बैंकिंग जैसे संवेदनशील ऐप्स को एक सुरक्षित स्थान में स्टोर किया जा सकता है, जिन्हें एक्सेस करने के लिए दूसरा पिन या बायोमेट्रिक्स की आवश्यकता होगी।
  • अतिरिक्त सुरक्षा: यह फीचर सुनिश्चित करता है कि आपके महत्वपूर्ण ऐप्स और डेटा तक पहुंचना और भी कठिन हो।

4. अतिरिक्त प्रमाणीकरण नियंत्रण

अगर कोई चोर Google की Find My Device सर्विस को डिसेबल करने की कोशिश करता है, तो यह फीचर सुनिश्चित करता है कि:

  • प्रमाणीकरण की आवश्यकता: चोरों को Google अकाउंट सेटिंग्स और डिवाइस सेटिंग्स में महत्वपूर्ण बदलाव करने के लिए आपके पिन, पासवर्ड या बायोमेट्रिक्स की आवश्यकता होगी।
  • बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण: अगर चोर आपके पिन को जानता है, तो भी बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण की आवश्यकता होगी ताकि महत्वपूर्ण Google अकाउंट और डिवाइस सेटिंग्स को बदलने से रोका जा सके।

अन्य अपडेट

Google ने Android 15 के साथ कुछ अतिरिक्त सुरक्षा और गोपनीयता अपडेट भी पेश किए हैं। ये अपडेट न केवल आपके फोन की सुरक्षा को बढ़ाते हैं, बल्कि आपकी निजी जानकारी को भी सुरक्षित रखते हैं। आइए जानते हैं इन अन्य अपडेट्स के बारे में:

1. Google Play Protect का विस्तार

Google Play Protect अब लाइव स्कैनिंग करेगा ताकि आपके फोन पर संदिग्ध गतिविधियों को बेहतर ढंग से पहचाना जा सके। यह कैसे काम करता है:

  • लाइव थ्रेट डिटेक्शन: ऑन-डिवाइस AI का उपयोग करके, Google Play Protect अतिरिक्त व्यवहारिक संकेतों का विश्लेषण करेगा, जो संवेदनशील अनुमतियों और अन्य ऐप्स और सेवाओं के साथ इंटरैक्शन से संबंधित होंगे।
  • मालवेयर की पहचान: यह फीचर हर दिन अरबों ऐप्स को स्कैन करता है ताकि आपके फोन पर किसी भी मालवेयर को रोका जा सके।

2. स्क्रीन शेयरिंग सुरक्षा

अगर आप किसी के साथ अपने फोन की स्क्रीन साझा कर रहे हैं, तो नए फीचर्स आपके संवेदनशील डेटा की सुरक्षा करेंगे। ये अपडेट्स शामिल हैं:

  • सूचनाएं और वन-टाइम पासवर्ड छिपाना: स्क्रीन शेयरिंग के दौरान सूचनाएं और वन-टाइम पासवर्ड छिपे रहेंगे ताकि आपकी निजी जानकारी सुरक्षित रहे।
  • लॉगिन विवरण छिपाना: अगर आप किसी ऐप या वेबसाइट में लॉगिन कर रहे हैं, तो आपके लॉगिन विवरण भी स्क्रीन शेयरिंग के दौरान छिपे रहेंगे।

3. असुरक्षित सेल कनेक्शन का पता लगाना

Android 15 में एक नया फीचर शामिल है जो असुरक्षित सेल कनेक्शन का पता लगाता है और आपको अलर्ट करता है। यह कैसे काम करता है:

  • फॉल्स सेलुलर बेस स्टेशन का पता लगाना: अगर कोई संभावित फॉल्स सेलुलर बेस स्टेशन या IMSI कैचर पास में हो, तो यह फीचर आपको अलर्ट करेगा ताकि आप सतर्क रहें।
  • एन्क्रिप्शन अलर्ट: यह फीचर यह भी बताएगा कि आपका सेल कनेक्शन एन्क्रिप्टेड है या नहीं, जिससे आप सुरक्षित नेटवर्क का उपयोग कर सकें।

अपडेट का समय

Google ने घोषणा की है कि ये नए अपडेट Android 15 के साथ लॉन्च होंगे और कुछ फीचर्स इस साल के अंत में उपलब्ध होंगे। जहां तक संभव हो, Google ने यह सुनिश्चित किया है कि ये फीचर्स Android 10 तक के पुराने वर्ज़न पर भी काम करें।

ये अतिरिक्त सुरक्षा और गोपनीयता अपडेट यह सुनिश्चित करते हैं कि आपका फोन और आपकी निजी जानकारी हमेशा सुरक्षित रहे, चाहे कोई भी परिस्थिति क्यों न हो।



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