॥ आरती ॥
शैलपुत्री मां बैल पर सवार। करें देवता जय जयकार।
शिव शंकर की प्रिय भवानी। तेरी महिमा किसी ने ना जानी।
पार्वती तू उमा कहलावे। जो तुझे सिमरे सो सुख पावे।
ऋद्धि-सिद्धि परवान करे तू। दया करे धनवान करे तू।
सोमवार को शिव संग प्यारी। आरती तेरी जिसने उतारी।
उसकी सगरी आस पुजा दो। सगरे दुख तकलीफ मिला दो।
घी का सुंदर दीप जला के। गोला गरी का भोग लगा के।
श्रद्धा भाव से मंत्र गाएं। प्रेम सहित फिर शीश झुकाएं।
जय गिरिराज किशोरी अंबे। शिव मुख चंद्र चकोरी अंबे।
मनोकामना पूर्ण कर दो। भक्त सदा सुख संपत्ति भर दो।
नवरात्रि 2023 की तारीखें Navratri 2023 Dates | ||
---|---|---|
दिन | तिथि | नवरात्रि में देवी के नाम |
15 अक्टूबर | प्रतिपदा | घटस्थापना, माता शैलपुत्री पूजा, अग्रसेन जयंती |
16 अक्टूबर | द्वितीया | माता ब्रह्मचारिणी पूजा |
17 अक्टूबर | तृतीया | माता चंद्रघंटा पूजा, सिन्दूर तृतीया |
18 अक्टूबर | चतुर्थी | माता कुष्मांडा पूजा |
19 अक्टूबर | पंचमी | माता स्कंद माता पूजा, ललिता पञ्चमी |
20 अक्टूबर | षष्ठी | माता कात्यायनी पूजा, दुर्गा पूजा |
21 अक्टूबर | सप्तमी | माता कालरात्रि पूजा, सरस्वती पूजा, नवपत्रिका पूजा, कलाबोऊ पूजा |
22 अक्टूबर | अष्टमी | महा गौरी पूजा, दुर्गा अष्टमी, कुमारी पूजा, सन्धि पूजा |
23 अक्टूबर | नवमी | माता सिद्धिदात्री पूजा, दुर्गा बलिदान, नवमी हवन |
24 अक्टूबर | दशमी | विजयदशमी, दुर्गा विसर्जन, सिंदूर खेला, नवरात्रि व्रत समाप्त। |