आर प्रोग्रामिंग की शुरुआत करना किसी भी डेटा साइंस या सांख्यिकी के सफर का पहला कदम है। इस अध्याय में आप आर को डाउनलोड और इंस्टॉल करने, आर स्टूडियो के साथ काम करने, और पहला सिंपल कोड लिखने की प्रक्रिया को समझेंगे। इसके साथ ही, आर के इंटरैक्टिव नेचर और इसकी मुख्य विशेषताओं का परिचय भी दिया जाएगा। इस अध्याय के अंत तक, आप आर का सफलतापूर्वक उपयोग करना शुरू कर देंगे।
आर और आर स्टूडियो की स्थापना (Installing R and RStudio)
आर को इंस्टॉल करने के लिए, आपको पहले R का आधिकारिक वेबसाइट से R डाउनलोड करना होगा। R एक ओपन-सोर्स प्रोग्रामिंग भाषा है जिसे आसानी से किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम (Windows, Mac, Linux) पर इंस्टॉल किया जा सकता है। इसके बाद, RStudio डाउनलोड करें, जो एक उपयोगकर्ता-मित्र वातावरण है और R के साथ काम करना आसान बनाता है। यह एक IDE (Integrated Development Environment) है जो R में कोडिंग, डेवलपमेंट और डिबगिंग को सुगम बनाता है।
# R version चेक करें version
Notes:
- सुनिश्चित करें कि आप R का नवीनतम संस्करण इंस्टॉल कर रहे हैं।
- RStudio का उपयोग आर के साथ इंटरैक्टिव डेवलपमेंट को आसान बनाता है।
- इंस्टॉलेशन के बाद, RStudio को पहली बार खोलते समय इसका इंटरफ़ेस जांच लें।
आर का इंटरफेस और बेसिक सिंटैक्स (R Interface and Basic Syntax)
RStudio का इंटरफेस चार मुख्य पैनल में बंटा होता है: Script Editor, Console, Environment/History, और File/Plot/Help पैनल। Console वह जगह है जहां आप कोड रन करते हैं और आउटपुट देखते हैं। Script Editor में आप अपने कोड को सेव कर सकते हैं। Environment पैनल में आपके सभी वेरिएबल्स और डेटा स्टोर किए जाते हैं।
आर सिंटैक्स सरल है। यह मुख्य रूप से फंक्शन्स और ऑपरेटर का उपयोग करता है। हर फंक्शन का नाम होता है और उसके भीतर दिए गए पैरामीटर्स के आधार पर आउटपुट जेनरेट होता है। आर में एक कमेंट लाइन को #
के साथ शुरू किया जाता है।
Code Sample:
# यह एक सिंपल आर स्क्रिप्ट है x <- 5 # वेरिएबल को वैल्यू 5 असाइन करें y <- 10 # वेरिएबल को वैल्यू 10 असाइन करें z <- x + y # x और y को जोड़ें print(z) # z की वैल्यू प्रिंट करें
Notes:
- R में
<-
असाइनमेंट ऑपरेटर है जो वैल्यू को वेरिएबल में असाइन करता है। - R का सिंटैक्स बहुत फ्लेक्सिबल है, जिससे कोडिंग आसान होती है।
- Console में बिना सेव किए भी कमांड्स रन किए जा सकते हैं, जो इंटरएक्टिव कोडिंग के लिए उपयोगी है।
आर में कमांड लाइन का उपयोग (Using the Command Line in R)
R का सबसे बड़ा फायदा इसका कमांड लाइन इंटरफेस है, जहां आप सीधे कोड एंटर कर सकते हैं और तुरंत आउटपुट देख सकते हैं। कमांड लाइन में दिए गए हर कमांड के लिए तुरंत प्रतिक्रिया मिलती है, जिससे कोड को टेस्ट करना और त्वरित परिणाम प्राप्त करना आसान हो जाता है। इसके अलावा, आप इंटरैक्टिव रूप से आंकड़ों की गणना और प्लॉट्स बना सकते हैं।
Code Sample:
# आर में दो नंबर जोड़ना 10 + 20
Notes:
- कमांड लाइन का उपयोग सरल गणनाओं के लिए फायदेमंद होता है।
- R के फंक्शन्स भी सीधे कमांड लाइन से रन किए जा सकते हैं।
- कमांड लाइन में एक ही समय पर छोटे कोड्स टेस्ट करने का अच्छा मौका मिलता है।
पहला आर प्रोग्राम लिखना (Writing Your First R Program)
आर में पहला प्रोग्राम लिखना बेहद आसान है। आप कोई भी सिंपल गणितीय ऑपरेशन कर सकते हैं, डेटा एनालिसिस शुरू कर सकते हैं, या वेरिएबल्स के साथ प्रयोग कर सकते हैं। आर स्टूडियो के Script Editor में आप एक नई स्क्रिप्ट फाइल बना सकते हैं, अपना कोड लिख सकते हैं, और फिर इसे रन कर सकते हैं।
Code Sample:
# पहला प्रोग्राम - Hello World print("Hello, World!")
Notes:
- पहला प्रोग्राम लिखने के बाद, आप उसे
.R
एक्सटेंशन के साथ सेव कर सकते हैं। - Console से सीधे स्क्रिप्ट को रन करने के लिए
source("filename.R")
का उपयोग करें। - स्क्रिप्ट फाइल्स लंबे कोड और प्रोजेक्ट्स के लिए उपयुक्त हैं।
आर की मदद से बेसिक गणितीय ऑपरेशन्स (Basic Mathematical Operations in R)
आर में गणितीय ऑपरेशन्स करना बेहद आसान और शक्तिशाली है। आप सरल जोड़-घटाव से लेकर एडवांस्ड स्टैटिस्टिकल ऑपरेशन्स भी कर सकते हैं। R में बुनियादी ऑपरेशन्स (+, -, *, /) का उपयोग तुरंत परिणाम प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है।
Code Sample:
# बेसिक गणितीय ऑपरेशन्स a <- 15 b <- 5 sum <- a + b # जोड़ diff <- a - b # घटाव prod <- a * b # गुणा div <- a / b # भाग print(sum) print(diff) print(prod) print(div)
Notes:
- R में हर ऑपरेशन फ़्लोटिंग-पॉइंट वैल्यूज के साथ भी काम करता है।
- यह बेसिक ऑपरेशन्स स्टैटिस्टिक्स और डेटा एनालिसिस के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- R में आप बड़े डेटा सेट्स पर भी इन्हीं ऑपरेशन्स को अप्लाई कर सकते हैं।