COBOL: एक पुराना लेकिन शक्तिशाली प्रोग्रामिंग भाषा

COBOL: एक पुराना लेकिन शक्तिशाली प्रोग्रामिंग भाषा

COBOL का परिचय (History and Significance)

COBOL (Common Business-Oriented Language) एक प्रोग्रामिंग भाषा है जिसे 1959 में व्यवसाय और प्रशासनिक उपयोग के लिए विकसित किया गया था। इसे अमेरिकी रक्षा विभाग के निर्देशन में विकसित किया गया था ताकि कंप्यूटर सिस्टम के बीच प्रोग्रामिंग भाषा को मानकीकृत किया जा सके। COBOL का मुख्य उद्देश्य व्यापार, वित्त, और सरकारी डेटा प्रोसेसिंग में प्रयुक्त होने वाले एप्लिकेशनों के लिए था।

COBOL की महत्वपूर्ण विशेषताएं और योगदान:

  1. व्यापार और वित्तीय क्षेत्र में उपयोग: COBOL को विशेष रूप से व्यापारिक प्रक्रियाओं और डेटा प्रोसेसिंग की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया था। आज भी बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और सरकारी संगठनों में इसका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
  2. व्यापक उपयोग: COBOL दुनिया भर के व्यवसायों और सरकारी संगठनों में एक प्रमुख भाषा रही है। यहां तक कि आज भी, 60 वर्षों के बाद, कई बड़े पैमाने के सिस्टम COBOL पर आधारित हैं।
  3. मानव पठनीयता: COBOL की सबसे बड़ी विशेषता इसका मानव-पठनीय कोड है, जिसे नॉन-टेक्निकल लोगों द्वारा भी समझा जा सकता है। इसके सिंटैक्स को सरल और स्पष्ट रखने के लिए डिज़ाइन किया गया था, ताकि इसे पढ़ना और समझना आसान हो।
  4. दीर्घकालिक स्थायित्व: COBOL का सबसे बड़ा योगदान इसका स्थायित्व है। अधिकांश पुराने सिस्टम आज भी COBOL पर चलते हैं, जो इसे एक अमर भाषा बनाता है।
  5. कोड पोर्टेबिलिटी: COBOL कोड को आसानी से विभिन्न कंप्यूटर सिस्टम के बीच पोर्ट किया जा सकता है, जिससे इसे विभिन्न प्लेटफार्मों पर उपयोग करना आसान हो जाता है।

COBOL के इतिहास और इसके योगदान से यह स्पष्ट होता है कि यह भाषा कितनी महत्वपूर्ण रही है, और आज भी यह विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यों में उपयोग की जाती है। COBOL का ज्ञान आपको वित्तीय और प्रशासनिक क्षेत्र में एक मजबूत करियर बनाने में मदद कर सकता है।

COBOL का उपयोग (Uses in Industries like Banking, Finance, and Government)

COBOL (Common Business-Oriented Language) प्रोग्रामिंग भाषा मुख्य रूप से उन उद्योगों में उपयोग की जाती है जहाँ बड़े पैमाने पर डेटा प्रोसेसिंग और ट्रांजेक्शनल कार्यों की आवश्यकता होती है। COBOL का उपयोग आज भी विभिन्न महत्वपूर्ण उद्योगों में किया जाता है, जिनमें से प्रमुख हैं:

1. बैंकिंग और वित्तीय सेवाएँ (Banking and Financial Services):

  • ट्रांजेक्शन प्रोसेसिंग: बैंकिंग सेक्टर में करोड़ों ट्रांजेक्शन प्रतिदिन होते हैं, और COBOL इन ट्रांजेक्शन की प्रोसेसिंग के लिए प्रमुख भाषा है।
  • अकाउंट मैनेजमेंट सिस्टम: बैंकिंग के सभी बड़े सिस्टम, जैसे कि खाते का प्रबंधन, बैलेंस चेकिंग, और अन्य बैंकिंग सेवाएँ, COBOL पर आधारित होती हैं।
  • एटीएम संचालन: एटीएम मशीनों के संचालन और उनसे जुड़े सभी ट्रांजेक्शन भी COBOL द्वारा संभाले जाते हैं।

2. सरकारी संस्थान (Government Organizations):

  • डेटा प्रोसेसिंग: सरकारी संस्थानों में विशाल मात्रा में डेटा को प्रोसेस और मैनेज करने के लिए COBOL का उपयोग किया जाता है।
  • सामाजिक सुरक्षा और टैक्स सिस्टम: COBOL का उपयोग टैक्स कैलकुलेशन, सामाजिक सुरक्षा प्रणाली, और पेंशन वितरण जैसे महत्वपूर्ण सरकारी कार्यों में किया जाता है।
  • वेतन और पेरोल सिस्टम: सरकारी कर्मचारियों की सैलरी, पेंशन और अन्य वित्तीय सेवाओं का प्रबंधन भी COBOL के माध्यम से किया जाता है।

3. बीमा उद्योग (Insurance Industry):

  • क्लेम प्रोसेसिंग: बीमा कंपनियाँ क्लेम प्रोसेसिंग और पॉलिसी मैनेजमेंट के लिए COBOL का उपयोग करती हैं।
  • अंडरराइटिंग: COBOL का उपयोग अंडरराइटिंग प्रोसेस को ऑटोमेट करने के लिए किया जाता है, जिससे कि क्लेम प्रोसेसिंग और पॉलिसी जनरेशन में कम समय लगे।
  • कस्टमर डेटा मैनेजमेंट: ग्राहकों की जानकारी और पॉलिसी डेटा को मैनेज करने के लिए COBOL आधारित सिस्टम का उपयोग किया जाता है।

4. खुदरा उद्योग (Retail Industry):

  • इन्वेंट्री मैनेजमेंट: खुदरा उद्योग में इन्वेंट्री ट्रैकिंग और स्टॉक मैनेजमेंट जैसे कार्य COBOL के माध्यम से किए जाते हैं।
  • ट्रांजेक्शन प्रोसेसिंग: बड़े खुदरा स्टोर्स और चेन स्टोर्स में खरीदारी और भुगतान से संबंधित ट्रांजेक्शंस को मैनेज करने के लिए COBOL का उपयोग किया जाता है।

5. एयरलाइन और ट्रैवल इंडस्ट्री (Airline and Travel Industry):

  • रिजर्वेशन सिस्टम: एयरलाइंस की टिकट बुकिंग और रिजर्वेशन सिस्टम COBOL पर आधारित होते हैं, जो कि प्रतिदिन लाखों ट्रांजेक्शन को संभालते हैं।
  • फ्लाइट ऑपरेशंस: COBOL का उपयोग फ्लाइट शेड्यूलिंग, क्रू मैनेजमेंट, और अन्य महत्वपूर्ण फ्लाइट ऑपरेशंस में किया जाता है।

COBOL की मुख्य विशेषताएं (Key Features)

COBOL (Common Business-Oriented Language) एक शक्तिशाली प्रोग्रामिंग भाषा है जो विशेष रूप से व्यावसायिक डेटा प्रोसेसिंग के लिए डिज़ाइन की गई है। इसके कुछ प्रमुख विशेषताएँ इसे अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओं से अलग बनाती हैं और इसे बड़े पैमाने पर उपयोग करने योग्य बनाती हैं। आइए COBOL की मुख्य विशेषताओं पर एक नज़र डालें:

1. मानव-पठनीयता (Human-Readable Syntax):

  • सरल और स्पष्ट भाषा: COBOL को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि उसका कोड मानव-पठनीय हो। इसका मतलब है कि कोड पढ़ने और समझने के लिए सरल और स्पष्ट शब्दों का उपयोग किया जाता है। उदाहरण के लिए, COBOL में कमांड्स और वेरिएबल्स के नाम आसानी से समझ में आने वाले होते हैं, जैसे MOVE, ADD, SUBTRACT, आदि।
  • कन्वेंशनल सिंटैक्स: COBOL का सिंटैक्स बहुत ही कन्वेंशनल और नैचुरल लैंग्वेज के करीब होता है, जिससे नॉन-टेक्निकल लोग भी इसे आसानी से समझ सकते हैं।

2. डेटा प्रोसेसिंग क्षमता (Data Processing Capabilities):

  • बड़े डेटा सेट्स को संभालना: COBOL विशेष रूप से बड़े डेटा सेट्स के साथ काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह बैंकिंग, बीमा, और सरकारी क्षेत्रों में डेटा प्रोसेसिंग के लिए एक आदर्श भाषा है।
  • फाइल हैंडलिंग: COBOL में डेटा प्रोसेसिंग के लिए उन्नत फाइल हैंडलिंग फीचर्स हैं, जो इसे बड़ी मात्रा में डेटा को मैनेज और प्रोसेस करने के लिए सक्षम बनाते हैं।

3. व्यापक उपयोग (Wide Applicability):

  • अंतर-संगठनात्मक उपयोग: COBOL का उपयोग विभिन्न उद्योगों जैसे बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं, बीमा, सरकारी एजेंसियों, और खुदरा उद्योगों में व्यापक रूप से किया जाता है।
  • दीर्घकालिक उपयोग: COBOL की स्थिरता और विश्वसनीयता इसे दशकों से उद्योगों में उपयोग किया जा रहा है, और आज भी कई बड़े सिस्टम्स में इसका उपयोग जारी है।

4. पोर्टेबिलिटी (Portability):

  • अलग-अलग प्लेटफार्म पर चलने की क्षमता: COBOL का कोड विभिन्न हार्डवेयर प्लेटफार्म्स और ऑपरेटिंग सिस्टम्स पर चलाया जा सकता है। इसका मतलब है कि एक बार लिखे गए COBOL प्रोग्राम को विभिन्न सिस्टम्स पर आसानी से पोर्ट किया जा सकता है।
  • मल्टीप्लatform सपोर्ट: COBOL विभिन्न प्लेटफार्म्स जैसे मेनफ्रेम्स, माइक्रो कंप्यूटर, और मिनी कंप्यूटर पर चलता है, जो इसे अत्यधिक पोर्टेबल बनाता है।

5. व्यावसायिक रिपोर्टिंग (Business Reporting):

  • रिपोर्ट जनरेशन: COBOL को व्यवसायिक रिपोर्ट्स के निर्माण के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह बड़ी मात्रा में डेटा को प्रोसेस कर व्यवस्थित और विस्तृत रिपोर्ट्स उत्पन्न कर सकता है।
  • डेटा मैनिपुलेशन और रिपोर्टिंग फीचर्स: COBOL के पास शक्तिशाली डेटा मैनिपुलेशन टूल्स हैं, जो व्यवसायिक रिपोर्टिंग को सरल और कुशल बनाते हैं।

6. लंबे समय तक उपयोग (Longevity):

  • स्थायित्व: COBOL को इतने लंबे समय तक उपयोग किया गया है कि इसे एक “स्थायी” प्रोग्रामिंग भाषा माना जा सकता है। इसकी विश्वसनीयता और स्थायित्व के कारण यह अभी भी पुरानी और नई दोनों तरह की सिस्टम्स में उपयोग हो रही है।
  • कोड मेंटेनेंस: COBOL कोड को बनाए रखना और अपडेट करना आसान है, जिससे इसे दीर्घकालिक उपयोग के लिए उपयुक्त बनाता है।

COBOL के प्रोग्रामिंग की मूल बातें (Basics of COBOL Programming)

COBOL (Common Business-Oriented Language) प्रोग्रामिंग में प्रवेश करने के लिए इसके बुनियादी ढाँचे और कोडिंग की मूल बातें समझना आवश्यक है। COBOL प्रोग्राम आमतौर पर चार मुख्य डिवीज़न में विभाजित होता है: Identification Division, Environment Division, Data Division, और Procedure Division। आइए इन डिवीज़नों और अन्य मूल तत्वों को विस्तार से समझें।

1. प्रोग्राम की संरचना (Structure of a COBOL Program):

  • COBOL प्रोग्राम की संरचना बहुत ही व्यवस्थित होती है और इसे चार मुख्य डिवीज़न में विभाजित किया गया है:
    1. Identification Division: यह सेक्शन प्रोग्राम की पहचान के लिए होता है। इसमें प्रोग्राम का नाम, लेखक का नाम, डेट, और अन्य जानकारी शामिल होती है।
    2. Environment Division: इसमें कंप्यूटर सिस्टम और फाइल्स के बारे में जानकारी दी जाती है जो प्रोग्राम के निष्पादन में उपयोग की जाती हैं।
    3. Data Division: इस सेक्शन में सभी डेटा आइटम्स की घोषणा की जाती है। यह डेटा प्रोसेसिंग के लिए महत्वपूर्ण होता है।
    4. Procedure Division: इसमें प्रोग्राम का मुख्य लॉजिक लिखा जाता है। यहीं पर डेटा को प्रोसेस किया जाता है और आउटपुट जनरेट किया जाता है।

2. COBOL सिंटैक्स और स्टेटमेंट्स (COBOL Syntax and Statements):

  • सिंटैक्स का बेसिक स्ट्रक्चर: COBOL का सिंटैक्स बहुत ही स्पष्ट और साधारण है। इसमें कीवर्ड्स और स्टेटमेंट्स का उपयोग करके कोड लिखा जाता है, जैसे कि MOVE, ADD, SUBTRACT, आदि।
  • सिंटैक्स के नियम: COBOL प्रोग्राम में प्रत्येक लाइन 80 कैरेक्टर्स की हो सकती है और प्रत्येक स्टेटमेंट एक नया पेजर शुरू करने के लिए कमांड से शुरू होता है।
  • स्टेटमेंट्स और पैराग्राफ्स: COBOL में कोड को पैराग्राफ्स में विभाजित किया जाता है, और प्रत्येक पैराग्राफ में एक या अधिक स्टेटमेंट्स होते हैं जो एक विशिष्ट कार्य करते हैं।

3. डेटा डिक्लेरेशन और पिक्चर क्लॉज (Data Declaration and PIC Clause):

  • डेटा आइटम्स: COBOL में डेटा आइटम्स को डिक्लेयर किया जाता है, जो कि प्रोग्राम द्वारा उपयोग किए जाने वाले वेरिएबल्स होते हैं। इन्हें डेटा डिवीज़न में डिक्लेयर किया जाता है।
  • लेवल नंबर्स: COBOL में डेटा आइटम्स को लेवल नंबर्स से पहचाना जाता है, जैसे 01, 05, 10, आदि। यह डेटा स्ट्रक्चर को स्पष्ट करता है।
  • पिक्चर क्लॉज (PIC Clause): PIC क्लॉज डेटा आइटम्स की फॉर्मेट और साइज को परिभाषित करता है। उदाहरण के लिए, PIC X(10) का अर्थ है कि डेटा आइटम 10 कैरेक्टर लंबा होगा।

4. डेटा मूवमेंट और असाइनमेंट ऑपरेशन्स (Data Movement and Assignment Operations):

  • MOVE स्टेटमेंट: MOVE स्टेटमेंट का उपयोग एक डेटा आइटम से दूसरे डेटा आइटम में वैल्यू को मूव करने के लिए किया जाता है।
    • उदाहरण: MOVE 100 TO TOTAL-AMOUNT.
  • अंकगणितीय ऑपरेशन्स (Arithmetic Operations): COBOL में जोड़, घटाना, गुणा और भाग जैसे अंकगणितीय ऑपरेशन्स के लिए ADD, SUBTRACT, MULTIPLY, DIVIDE स्टेटमेंट्स का उपयोग किया जाता है।
    • उदाहरण: ADD PRICE TO TOTAL-AMOUNT.
  • कंडीशनल स्टेटमेंट्स (Conditional Statements): IF और EVALUATE स्टेटमेंट्स का उपयोग कंडीशनल लॉजिक लागू करने के लिए किया जाता है।
    • उदाहरण: IF TOTAL-AMOUNT > 5000 DISPLAY 'DISCOUNT APPLIED'.

5. फाइल हैंडलिंग (File Handling):

  • फाइल डिक्लेरेशन: COBOL में फाइल्स को ENVIRONMENT DIVISION में डिक्लेयर किया जाता है, और उनकी संरचना DATA DIVISION में परिभाषित की जाती है।
  • फाइल ऑपरेशन्स: COBOL में फाइल्स को पढ़ने और लिखने के लिए OPEN, READ, WRITE, और CLOSE स्टेटमेंट्स का उपयोग किया जाता है।
  • फाइल सेक्शन: COBOL में फाइल्स के लिए एक विशेष सेक्शन होता है जिसे FILE SECTION कहा जाता है, जहाँ फाइल्स की संरचना और डेटा को परिभाषित किया जाता है।

6. प्रोसीजर डिवीजन में लॉजिक और फ्लो (Logic and Flow in Procedure Division):

  • कार्य प्रवाह (Control Flow): COBOL में प्रोसीजर डिवीजन में लॉजिक को पैराग्राफ्स और सेक्शंस में विभाजित किया जाता है, जो प्रोग्राम के कार्य प्रवाह को नियंत्रित करते हैं।
  • PERFORM स्टेटमेंट: PERFORM का उपयोग किसी पैराग्राफ या सेक्शन को बार-बार एक्सीक्यूट करने के लिए किया जाता है।
    • उदाहरण: PERFORM CALCULATE-TOTALS UNTIL END-OF-FILE.


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