रिश्ते हमारी जिंदगी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं। यह हमें खुशी और समर्थन देते हैं, लेकिन जब रिश्ते दिखावे पर आधारित होते हैं, तो वे हमारे दिल को चोट पहुंचा सकते हैं। दिखावे के रिश्ते नकली होते हैं, जो केवल बाहरी दुनिया को खुश करने के लिए बनाए जाते हैं। यहां हम दिखावे के रिश्तों पर कुछ शायरी प्रस्तुत कर रहे हैं, जो इस दर्द और सच्चाई को बयां करती हैं।
दिखावे के रिश्तों पर शायरी
“दिखावे के रिश्ते, हकीकत से दूर,
इनमें सच्चाई नहीं, बस एक झूठा सुरूर।”
“मोहब्बत के नाम पर, बस एक खेल खेला,
दिल को तोड़कर, खुद को अकेला कर दिया।”
“दिखावे के रिश्ते, एक भ्रम का जाल,
इनमें उलझकर, बस बिखरता है हाल।”
“झूठी मोहब्बत, झूठे रिश्तों की पहचान,
दिल में दर्द और आंखों में आँसू का सैलाब।”
“दिखावे के रिश्तों का यही होता है अंजाम,
दिल की सच्चाई से हमेशा रहते हैं अनजान।”
“सच्चे रिश्तों की कीमत, ये दुनिया क्या जाने,
दिखावे के रिश्ते, बस खोखले से बहाने।”
“दिखावे के रिश्तों का ना कोई वजूद,
इनमें खोकर बस पाते हैं दुख और विषाद।”
“झूठे वादे और दिखावे की बातें,
दिल में सिर्फ दर्द और आँसू की रातें।”
“दिखावे के रिश्ते, सच्चे दिल को छलते हैं,
इनमें उलझकर बस तन्हा रह जाते हैं।”
“दिखावे के रिश्तों का यही होता है खेल,
दिल को तोड़कर, छोड़ जाते हैं अकेला और बेसहारा।”
“दिखावे के रिश्ते, बस एक दिखावा ही हैं,
दिल से दिल नहीं, सिर्फ एक नकली मावा ही हैं।”
“दिल के करीब होकर भी दिल से दूर हैं,
दिखावे के रिश्ते बस एक मजबूरी का नूर हैं।”
“दिखावे के रिश्ते, सच्चाई से अनजान,
इनमें उलझकर, बस खोता है अपना मान।”
“झूठे रिश्तों की नींव पर खड़ा है ये संसार,
दिखावे के मोह में बस मिलता है अंधकार।”
“दिखावे के रिश्ते, खोखले से पल,
दिल को जलाकर, छोड़ जाते हैं छल।”
मुस्कुराते चेहरे, मीठी बातें, पर दिलों में कहीं ना प्यार की बातें। दिखावे के रिश्तों का है ये जमाना, जहाँ सच छुपा है, और दिखता है सिर्फ फसाना।
मिलते हैं जब लोग, तो दिखाते हैं प्यार, पर पीठ पीछे करते हैं, एक दूसरे की बातें बेकार। दिखावे के रिश्तों में, खो जाता है विश्वास, और रह जाता है बस, दिल में सिर्फ एहसास।
अपनी ख़ुशी के लिए, करते हैं सब नाटक, दुखों में होते हैं, अकेले और बेकार। दिखावे के रिश्तों में, खो जाती है हंसी, और रह जाता है बस, आँखों में नमी।
साथ रहते हैं, पर दिलों में होती है तन्हाई, एक दूसरे के लिए, नहीं होती कोई परवाह भाई। दिखावे के रिश्तों में, मर जाता है प्यार, और रह जाता है बस, एक बेजान सितार।
हो जाते हैं झगड़े, होते हैं गिले-शिकवे, पर दिखाते हैं सब, प्यार के सिर्फ़ तमाशे। दिखावे के रिश्तों में, टूट जाता है विश्वास, और रह जाता है बस, दिलों में सिर्फ अविश्वास।
एक दिन जब खुल जाएगा सच का पर्दा, तब होगा सब कुछ, तबाह और बर्बाद। दिखावे के रिश्तों में, नहीं मिलता है सुकून, बस मिलता है दर्द, और दिल में सिर्फ धुंध।
सोच समझकर करें, रिश्ते प्यार के, दिखावे के ना बनें, ये बंधन सारे। सच्चे दिलों का रिश्ता ही होता है खूबसूरत, दिखावे के रिश्तों में, होती है बस तकलीफ।
दिलों में हो प्यार, और हो विश्वास, तभी बन पाएंगे, रिश्ते सच्चे और खास। दिखावे के रिश्तों से, बनाए रखो दूरी, क्योंकि इनमें मिलता है, सिर्फ़ दर्द और गम की कमी।
“ज़िंदगी सिर्फ दिखावा है, सच्चाई छुपी है पर्दे में, ढोंग के रिश्ते बाँधते हैं, मित्रता का नाटक करते हैं।”
“दुनिया दिखावटी है, लोग मिटाते हैं चेहरों से मुस्कान, झूठे रिश्तों में बँधते हैं, सच बचा है तो सिर्फ नाम।”
“बहुत मुश्किल है पहचानना, कौन है सच्चा कौन नकली, दिखावे की दुनिया में, रिश्ते भी हैं कृत्रिम और झूठी।”
“प्यार का दिखावा करते हैं, दोस्ती के नाम पर मिलते हैं, पर दिल में राख भरी है, तो क्या रिश्ते गहरे हैं।”
“झूठे रिश्तों का डर लगता है, ईमानदारी आज विरली है, सच्चाई का मुखौटा पहनकर, दुनिया नकली रिश्ते चाहती है।”
दिखावे के रिश्तों की सच्चाई
दिखावे के रिश्ते हमें बाहरी दुनिया के सामने खुश और संतुष्ट दिखाते हैं, लेकिन अंदर से ये हमें तोड़ देते हैं। ऐसे रिश्ते हमें अपनी सच्चाई से दूर कर देते हैं और हमें एक नकली जीवन जीने पर मजबूर कर देते हैं। सच्चे रिश्ते वही होते हैं जो बिना किसी दिखावे के, बिना किसी स्वार्थ के और बिना किसी शर्त के होते हैं।
अंतिम विचार
दिखावे के रिश्तों से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि हम सच्चे रिश्तों की पहचान करें और उन्हें अपनाएं। सच्चे रिश्ते ही हमारे दिल को सच्ची खुशी और संतोष देते हैं। इसलिए, दिखावे के रिश्तों से दूर रहें और अपनी जिंदगी को सच्चे रिश्तों से सजाएं। उम्मीद है कि ये शायरी आपके दिल को छूएगी और आपको सच्चे रिश्तों की अहमियत को समझने में मदद करेगी।