C प्रोग्रामिंग में, डेटा प्रकार और वेरिएबल्स किसी भी प्रोग्राम का मूलभूत हिस्सा होते हैं। डेटा प्रकार यह निर्धारित करते हैं कि किसी वेरिएबल में किस प्रकार का डेटा संग्रहीत किया जा सकता है। वेरिएबल्स प्रोग्राम में डेटा को स्टोर करने के लिए उपयोग किए जाते हैं और विभिन्न ऑपरेशन्स के दौरान उनका मान बदल सकता है। इस अध्याय में, हम विभिन्न प्रकार के डेटा प्रकारों और वेरिएबल्स के बारे में जानेंगे।
डेटा प्रकार (Data Types)
डेटा प्रकार मुख्य रूप से निम्नलिखित श्रेणियों में विभाजित होते हैं:
- प्राथमिक डेटा प्रकार (Primary Data Types):
- int: संपूर्णांक मान (Integers) को संग्रहीत करने के लिए।
- float: दशमलव संख्या (Floating-point numbers) को संग्रहीत करने के लिए।
- double: उच्च परिशुद्धता वाली दशमलव संख्या (Double precision floating-point numbers) को संग्रहीत करने के लिए।
- char: एकल वर्ण (Single characters) को संग्रहीत करने के लिए।
- void: शून्य प्रकार (Empty data type) जो किसी भी मान को संग्रहीत नहीं करता।
- व्युत्पन्न डेटा प्रकार (Derived Data Types):
- Arrays: समान प्रकार के डेटा तत्वों का संग्रह।
- Pointers: अन्य वेरिएबल्स के मेमोरी एड्रेस को संग्रहीत करने के लिए।
- Structures: विभिन्न प्रकार के डेटा तत्वों का संग्रह।
- Unions: एक ही मेमोरी स्थान पर विभिन्न प्रकार के डेटा तत्वों को संग्रहीत करने के लिए।
वेरिएबल्स (Variables)
वेरिएबल्स प्रोग्राम में डेटा को संग्रहीत करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। एक वेरिएबल को परिभाषित करने के लिए, डेटा प्रकार और वेरिएबल का नाम आवश्यक होता है। उदाहरण के लिए:
वेरिएबल्स की घोषणा और प्रारंभिककरण (Variable Declaration and Initialization)
- घोषणा (Declaration): वेरिएबल का नाम और प्रकार निर्दिष्ट करना।
- प्रारंभिककरण (Initialization): वेरिएबल को एक प्रारंभिक मान देना।
निष्कर्ष (Conclusion)
इस अध्याय में, हमने डेटा प्रकारों और वेरिएबल्स के महत्व और उनके उपयोग के बारे में सीखा। हमने समझा कि डेटा प्रकार क्या होते हैं और कैसे वे वेरिएबल्स के प्रकार और आकार को निर्धारित करते हैं। अगले अध्याय में, हम विभिन्न प्रकार के ऑपरेटर्स के बारे में जानेंगे और उनका उपयोग कैसे किया जाता है, यह सीखेंगे।