आरती माँ महाकाली – Aarti Maa Maha Kali
॥ आरती ॥ जय काली माता, माँ जय महा काली माँ। रतबीजा वध कारिणी माता। सुरनर मुनि ध्याता, माँ जय महा काली माँ॥ दक्ष यज्ञ विदवंस करनी माँ शुभ निशूंभ हरलि। मधु और कैितभा नासिनी माता। महेशासुर मारदिनी, ओ माता [...]
॥ आरती ॥ जय काली माता, माँ जय महा काली माँ। रतबीजा वध कारिणी माता। सुरनर मुनि ध्याता, माँ जय महा काली माँ॥ दक्ष यज्ञ विदवंस करनी माँ शुभ निशूंभ हरलि। मधु और कैितभा नासिनी माता। महेशासुर मारदिनी, ओ माता [...]
॥ आरती ॥ पवन मंद सुगंध शीतल, हेम मंदिर शोभितम् । निकट गंगा बहत निर्मल, श्री बद्रीनाथ विश्व्म्भरम् ॥ शेष सुमिरन करत निशदिन, धरत ध्यान महेश्वरम् । वेद ब्रह्मा करत स्तुति, श्री बद्रीनाथ विश्वम्भरम् ॥ ॥ पवन मंद सुगंध शीतल...॥ [...]
॥ आरती ॥ जय भगवद् गीते, जय भगवद् गीते । हरि-हिय-कमल-विहारिणि, सुन्दर सुपुनीते ॥ कर्म-सुमर्म-प्रकाशिनि, कामासक्तिहरा । तत्त्वज्ञान-विकाशिनि, विद्या ब्रह्म परा ॥ जय भगवद् गीते...॥ निश्चल-भक्ति-विधायिनि, निर्मल मलहारी । शरण-सहस्य-प्रदायिनि, सब विधि सुखकारी ॥ जय भगवद् गीते...॥ राग-द्वेष-विदारिणि, कारिणि मोद [...]
श्री चित्रगुप्त जी हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण देवता माने जाते हैं, जिन्हें कर्मों का लेखक और यमराज के सचिव के रूप में जाना जाता है। वे धर्मराज यम के सहायक हैं और मृत्यु के बाद मनुष्यों के कर्मों का [...]
श्री हनुमान जी की आरती, जो विशेष रूप से श्री हनुमान जन्मोत्सव, मंगलवार व्रत, शनिवार पूजा, बूढ़े मंगलवार, और अखंड रामायण के पाठ के दौरान प्रमुखता से गाई जाती है, हिन्दू धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक क्रिया [...]
॥ आरती ॥ ॐ जय जगदानन्दी, मैया जय आनंद कन्दी । ब्रह्मा हरिहर शंकर, रेवा शिव हरि शंकर, रुद्रौ पालन्ती ॥ ॥ ॐ जय जगदानन्दी..॥ देवी नारद सारद तुम वरदायक, अभिनव पदण्डी । सुर नर मुनि जन सेवत, सुर नर [...]
भारतीय संस्कृति में महाशिवरात्रि का त्योहार एक विशेष महत्व रखता है। यह त्योहार सनातन धर्म के अनुयायियों द्वारा बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। महाशिवरात्रि जो कि फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की चौदहवीं तिथि पर आयोजित [...]
॥ आरती ॥ श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं, हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं । आरती गाऊं प्यारे आपको रिझाऊं, श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं । श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं, हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं । आरती गाऊं [...]
भारतीय पूजा पद्धति में आरती का विशेष स्थान है। आरती के बाद कुछ विशेष मंत्र बोले जाते हैं, जिनका गहरा आध्यात्मिक अर्थ और महत्व है। इनमें से "त्वमेव माता च पिता त्वमेव" और "कर्पूरगौरं मंत्र" प्रमुख हैं। आइए इन मंत्रों [...]
1. आयोजन तिथि और स्थल: भगवान श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा योग का शुभ मुहूर्त, पौष शुक्ल कूर्म द्वादशी, विक्रम संवत 2080, यानी सोमवार, 22 जनवरी, 2024 को आ रहा है। 2. शास्त्रीय पद्धति और समारोह-पूर्व परंपराएं: सभी शास्त्रीय परंपराओं का [...]
हनुमान जयंती, जो हिन्दू धर्म के प्रमुख उत्सवों में से एक है, प्रतिवर्ष बड़ी धूमधाम और भक्ति के साथ मनाई जाती है। वर्ष 2024 में, हनुमान जयंती 23 अप्रैल को पड़ रही है। यह पर्व भगवान हनुमान के जन्म का [...]
दुनियाँ में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध भजन 'ॐ जय जगदीश हरे' का 1870 में पं. श्रद्धाराम फिल्लौरी द्वारा रचा गया था। यह भजन मुख्य रूप से भगवान विष्णु को समर्पित है, लेकिन इसे किसी भी पूजा या त्योहार पर गाया या [...]
उपनिषदों की अनेक कथाओं में सत्यकाम जाबाल की कहानी एक ऐसी शिक्षाप्रद कथा है जो हमें सत्य, धर्म, और आध्यात्मिकता की महत्ता का बोध कराती है। सत्यकाम जाबाल की कथा: सत्यकाम जाबाल, जो एक गरीब महिला जाबाला के पुत्र थे, [...]
नमस्कार और स्वागत है आपका इस विशेष ब्लॉग पोस्ट में, जहाँ हम 'हनुमान चालीसा' के प्रत्येक छंद की गहराई और सार को उजागर करेंगे। हनुमान चालीसा, जो कि भक्त शिरोमणि हनुमानजी की अद्भुत स्तुति है, वह न केवल हिन्दू धर्म [...]
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में एक सुरंग हादसे में 41 मजदूर फंस गए थे। प्रारंभिक 9-10 दिनों तक बचाव अभियान चला, परंतु कोई सफलता नहीं मिली। इस दौरान अनेक बाधाएं आईं और यहां तक कि विशेषज्ञ भी चिंतित हो उठे। एक [...]