अथ चौरासी सिद्ध चालीसा – Ath Chaurasi Siddh Chalisa
|| दोहा || श्री गुरु गणनायक सिमर, शारदा का आधार । कहूँ सुयश श्रीनाथ का, निज मति के अनुसार । श्री गुरु गोरक्षनाथ के चरणों में आदेश । जिनके योग प्रताप को , जाने सकल नरेश । || चौपाई || [...]
और पढ़ेंस्वागत है आपका goodvibesonly.cloud के “चालीसा संग्रह” श्रेणी में, जहाँ हमने भक्ति और आध्यात्म के अद्भुत संसार से आपके लिए विशेष चालीसा संग्रह को संजोया है। इस श्रेणी में हमने विभिन्न देवी-देवताओं की चालीसाओं का संग्रह किया है, जो न केवल आपको आपके इष्ट देवता के निकट ले जाएंगे, बल्कि आपके मन को शांति और आत्मा को संतुष्टि भी प्रदान करेंगे।
हमारे “चालीसा संग्रह” की विशेषता यह है कि यह संग्रह न केवल सबसे अच्छा है, बल्कि इसकी जानकारी अत्यंत प्रामाणिक भी है। हमने प्रत्येक चालीसा को सावधानीपूर्वक चुना है, ताकि आपको सही अर्थ और भावना के साथ आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त हो सके। हमारी टीम ने विभिन्न पवित्र ग्रंथों और आध्यात्मिक गुरुओं के मार्गदर्शन में इस संग्रह को तैयार किया है, ताकि आप तक पहुँचाया जा सके सबसे शुद्ध और असली जानकारी।
चाहे आप हनुमान चालीसा की शक्ति का अनुभव करना चाहते हों, या माँ दुर्गा के चरणों में अपनी भक्ति अर्पित करना चाहते हों, हमारा “चालीसा संग्रह” आपकी हर आध्यात्मिक यात्रा में आपका साथी बनेगा।
|| दोहा || श्री गुरु गणनायक सिमर, शारदा का आधार । कहूँ सुयश श्रीनाथ का, निज मति के अनुसार । श्री गुरु गोरक्षनाथ के चरणों में आदेश । जिनके योग प्रताप को , जाने सकल नरेश । || चौपाई || [...]
और पढ़ें॥ दोहा ॥ मैं हूँ बुद्धि मलीन अति । श्रद्धा भक्ति विहीन ॥ करूँ विनय कछु आपकी । हो सब ही विधि दीन ॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय नीब करोली बाबा । कृपा करहु आवै सद्भावा ॥ कैसे मैं [...]
और पढ़ेंश्री विश्वकर्मा चालीसा एक श्रद्धापूर्ण भजन है, जो भगवान विश्वकर्मा को समर्पित है। भगवान विश्वकर्मा हिंदू धर्म में निर्माण और शिल्प कला के देवता माने जाते हैं। उन्हें ब्रह्मांड के महान वास्तुकार के रूप में पूजा जाता है, जिन्होंने देवताओं [...]
और पढ़ें॥ दोहा॥ श्री गुरु चरणन ध्यान धर, सुमीर सच्चिदानंद । श्याम चालीसा भजत हूँ, रच चौपाई छंद । ॥ चौपाई ॥ श्याम-श्याम भजि बारंबारा । सहज ही हो भवसागर पारा ॥ इन सम देव न दूजा कोई । दिन दयालु [...]
और पढ़ेंश्री सूर्य देव चालीसा सूर्य देव की महिमा का विस्तार से वर्णन करती है और उनके आशीर्वाद से जीवन में शक्ति, ऊर्जा, और समृद्धि का संचार करती है। सूर्य देव को जीवन का स्रोत और स्वास्थ्य, उन्नति, तथा सफलता का [...]
और पढ़ें।। दोहा ।। श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥ अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन [...]
और पढ़ेंश्री शनिदेव की कृपा प्राप्त करने का सरल उपाय है। श्री शनि चालीसा का पाठ, शनिवार के दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए करें। आप शनि चालीसा का पाठ किसी मंदिर में, पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर करेंगे [...]
और पढ़ें॥ दोहा॥ श्रीगुरु चरण सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि॥ बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुद्धि विद्या देहु मोहि, हरहु कलेस विकार॥ ॥ चौपाई ॥ जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । [...]
और पढ़ें॥ दोहा ॥ बन्दउ माँ शाकम्भरी, चरणगुरू का धरकर ध्यान। शाकम्भरी माँ चालीसा का, करे प्रख्यान॥ आनन्दमयी जगदम्बिका, अनन्त रूप भण्डार। माँ शाकम्भरी की कृपा, बनी रहे हर बार॥ ॥ चौपाई ॥ शाकम्भरी माँ अति सुखकारी। पूर्ण ब्रह्म सदा दुःख [...]
और पढ़ें॥ दोहा ॥ मूर्ति स्वयंभू शारदा, मैहर आन विराज। माला, पुस्तक, धारिणी, वीणा कर में साज॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय शारदा महारानी। आदि शक्ति तुम जग कल्याणी॥ रूप चतुर्भुज तुम्हरो माता। तीन लोक महं तुम विख्याता॥ दो सहस्त्र [...]
और पढ़ें॥ दोहा ॥ देवि पूजिता नर्मदा, महिमा बड़ी अपार। चालीसा वर्णन करत, कवि अरु भक्त उदार॥ इनकी सेवा से सदा, मिटते पाप महान। तट पर कर जप दान नर, पाते हैं नित ज्ञान॥ ॥ चौपाई ॥ जय-जय-जय नर्मदा भवानी। तुम्हरी [...]
और पढ़ें॥ दोहा ॥ विश्वेश्वर-पदपदम की, रज-निज शीश-लगाय। अन्नपूर्णे! तव सुयश, बरनौं कवि-मतिलाय॥ ॥ चौपाई ॥ नित्य आनन्द करिणी माता। वर-अरु अभय भाव प्रख्याता॥ जय! सौंदर्य सिन्धु जग-जननी। अखिल पाप हर भव-भय हरनी॥ श्वेत बदन पर श्वेत बसन पुनि। सन्तन तुव [...]
और पढ़ें॥ दोहा ॥ सिर नवाइ बगलामुखी, लिखूँ चालीसा आज। कृपा करहु मोपर सदा, पूरन हो मम काज॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय श्री बगला माता। आदिशक्ति सब जग की त्राता॥ बगला सम तब आनन माता। एहि ते भयउ नाम [...]
और पढ़ेंश्री पार्वती माता चालीसा का पाठ देवी पार्वती की महिमा का वर्णन करता है और भक्तों को उनकी कृपा प्राप्त करने का मार्ग दिखाता है। माता पार्वती, जो शक्ति और सृजन की देवी मानी जाती हैं, के प्रति समर्पित यह [...]
और पढ़ेंश्री संतोषी माता चालीसा का पाठ माता संतोषी की कृपा प्राप्त करने का एक सशक्त साधन है। चालीसा के माध्यम से भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए माता से प्रार्थना करते हैं और जीवन में संतोष, शांति, और समृद्धि [...]
और पढ़ें॥ दोहा ॥ गरुड़ वाहिनी वैष्णवी, त्रिकुटा पर्वत धाम। काली, लक्ष्मी, सरस्वती, शक्ति तुम्हें प्रणाम॥ ॥ चौपाई ॥ नमो: नमो: वैष्णो वरदानी। कलि काल मे शुभ कल्याणी॥ मणि पर्वत पर ज्योति तुम्हारी। पिंडी रूप में हो अवतारी॥ देवी देवता अंश [...]
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